Indian Constitution : “संविधान ने 75 साल देश को एकजुट रखा”: अंबेडकर जयंती पर जस्टिस गवई ने बाबासाहेब को किया नमन, जानें क्या है ‘भीमस्मृति व्याख्यान’?

Published On: April 15, 2025
Follow Us
Indian Constitution

Indian Constitution :  संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश, जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई (बी.आर. गवई) ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली में आयोजित पहले ‘डॉ. अंबेडकर स्मृति व्याख्यान’ (जिसे ‘भीमस्मृति’ व्याख्यान भी कहा जा सकता है) में बोलते हुए जस्टिस गवई ने बाबासाहेब के योगदान और उनके द्वारा दिए गए संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला।

“संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा”

जस्टिस गवई, जो भारत के प्रधान न्यायाधीश के बाद सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज हैं, ने अपने संबोधन में कहा, “भारतीय संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा है और इसने देश को मजबूत, स्थिर और एकजुट बनाया है।” उन्होंने बाबासाहेब को देश के महानतम सपूतों में से एक और एक महान दूरदर्शी बताया, जिनका योगदान केवल संविधान निर्माण तक ही सीमित नहीं था। जस्टिस गवई ने याद दिलाया कि बाबासाहेब एक उत्कृष्ट अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और शिक्षाविद भी थे, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अमिट छाप छोड़ी।

“अंबेडकर का अमूल्य योगदान देश हमेशा याद रखेगा”

संविधान निर्माण में डॉ. अंबेडकर की भूमिका पर विस्तार से चर्चा करते हुए जस्टिस गवई ने कहा कि देशवासी भारत के संविधान निर्माता के रूप में उनके इस सबसे बड़े और अमूल्य योगदान को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में संविधान के कामकाज की यात्रा विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका, तीनों अंगों के माध्यम से संतोषजनक रही है।

जस्टिस गवई ने इस बात पर भी जोर दिया, “बाबासाहेब डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर का संविधान सभा में शुरुआती प्रवेश भले ही केवल अनुसूचित जातियों, शोषितों और दलितों के हितों की रक्षा के लिए था, लेकिन आज जब हम उनकी 135वीं जयंती मना रहे हैं, तो मैं इस देश को एक ऐसा संविधान देने में उनके अमूल्य योगदान को याद करता हूं, जो न केवल पिछले 75 साल से समय की सभी कसौटियों पर खरा उतरा है, बल्कि यह एक ऐसा संविधान है जिसने भारत को मजबूत, स्थिर और एकजुट बनाया है।” जस्टिस गवई का यह संबोधन बाबासाहेब के विचारों और उनके द्वारा राष्ट्र को दिए गए संविधान के स्थायी महत्व को रेखांकित करता है।


Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Related Posts

Polytechnic Result 2025: आज भी नहीं आया JEECUP का नतीजा, कब जारी होगा Final Answer Key और Rank Card?

Polytechnic Result 2025: आज भी नहीं आया JEECUP का नतीजा, कब जारी होगा Final Answer Key और Rank Card?

June 22, 2025
Supreme Court: सीनियर सिटीजन एक्ट 2007 के तहत संपत्ति और भरण-पोषण के लिए क्या हैं आपके कानूनी विकल्प?

Supreme Court: सीनियर सिटीजन एक्ट 2007 के तहत संपत्ति और भरण-पोषण के लिए क्या हैं आपके कानूनी विकल्प?

June 22, 2025
Israel Iran conflict: इज़रायल के हमलों के बीच वार्ता असंभव, पश्चिमी एशिया में गहराया तनाव

Israel Iran conflict: इज़रायल के हमलों के बीच वार्ता असंभव, पश्चिमी एशिया में गहराया तनाव

June 21, 2025
PM Kisan Samman Nidhi Yojana: PM किसान की 20वीं किश्त आने वाली है, कहीं आपका पैसा अटक तो नहीं जाएगा? घर बैठे 6 आसान स्टेप्स में तुरंत करें e-KYC, जानें पूरी प्रक्रिया

PM Kisan Samman Nidhi Yojana: PM किसान की 20वीं किश्त आने वाली है, कहीं आपका पैसा अटक तो नहीं जाएगा? घर बैठे 6 आसान स्टेप्स में तुरंत करें e-KYC, जानें पूरी प्रक्रिया

June 21, 2025
International Yoga Day: योग बन रहा वैश्विक लोकनीति का हिस्सा, जानें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के बड़े ऐलान

International Yoga Day: योग बन रहा वैश्विक लोकनीति का हिस्सा, जानें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के बड़े ऐलान

June 21, 2025
International Yoga Day 2025: PM मोदी ने 3 लाख लोगों के साथ विशाखापट्टनम में किया योग, जानें 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' संदेश का महात्म्य

International Yoga Day 2025:  PM मोदी ने 3 लाख लोगों के साथ विशाखापट्टनम में किया योग, जानें ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ संदेश का महात्म्य

June 21, 2025