Income Tax Raid News: हाल ही में आगरा के जूता कारोबारियों पर इनकम टैक्स की 80 घंटे चली रेड ने देशभर में सनसनी फैला दी। करीब 57 करोड़ कैश, सोना, करोड़ों की बेनामी संपत्तियों के कागज… ये तो बस एक ताजा उदाहरण है! आजकल इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) फुल एक्शन मोड में है और देश के अलग-अलग कोनों से ‘कुबेर के खजाने’ बाहर आ रहे हैं। दीवारों, फर्नीचरों और गुप्त तहखानों से नोटों की ऐसी गड्डियां निकल रही हैं कि गिनने वाली मशीनें भी जवाब दे जाएं।
आइए, डालते हैं एक नजर हाल के दिनों में हुई ऐसी ही 5 सबसे बड़ी और चौंकाने वाली इनकम टैक्स रेड्स पर, जिन्होंने सबको हैरान कर दिया:
1. रिकॉर्ड तोड़ कैश: सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर ‘धनवर्षा’ (₹351 करोड़ नकद)
-
यह किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में अब तक की सबसे बड़ी नकद बरामदगी मानी जाती है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और बिजनेसमैन धीरज साहू के झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल स्थित 9 ठिकानों पर जब आयकर विभाग ने छापा मारा, तो नोटों का अंबार लग गया। कुल ₹351 करोड़ की नकदी बरामद हुई, जिसे गिनने में कई दिन और दर्जनों मशीनें लगीं। यह रेड काले धन के खिलाफ लड़ाई में एक मील का पत्थर बन गई।
2. राजस्थान में ज्वेलर्स पर सबसे बड़ा शिकंजा (₹800 करोड़+ की काली कमाई का खुलासा)
-
मई महीने की शुरुआत में राजस्थान के प्रसिद्ध जेकेजे ज्वेलर्स ग्रुप के ठिकानों पर आयकर विभाग का शिकंजा कसा। यह राजस्थान की अब तक की सबसे बड़ी छापों में से एक मानी गई। इस कार्रवाई में ₹800 करोड़ से ज्यादा की अघोषित आय यानी ब्लैक मनी का खुलासा हुआ। यह दिखाता है कि सोने-चांदी के कारोबार की आड़ में कैसे बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी को अंजाम दिया जा रहा था।
3. मध्य प्रदेश: कटनी के व्यापारियों के गुप्त तहखाने (₹150+ करोड़ कैश)
-
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में भी आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। 16 मई से 19 मई तक चली इस रेड में अनिल इंडस्ट्रीज समेत जिले के कई बड़े व्यापारियों के ठिकानों से ₹150 करोड़ से ज्यादा की नकदी बरामद की गई। यह छापा दिखाता है कि छोटे शहरों में भी काले धन का बड़ा नेटवर्क फैला हुआ है।
4. आगरा के जूता कारोबारी: 80 घंटे, ₹57 करोड़ कैश और सोना
-
यह हालिया रेड है जिसने फिर से सबको चौंका दिया। आगरा के जूता कारोबारियों पर करीब 80 घंटे तक चली इस मैराथन कार्रवाई में इनकम टैक्स टीम ने लगभग ₹57 करोड़ का कैश, भारी मात्रा में सोने की ज्वेलरी, करोड़ों की संपत्तियों में निवेश के दस्तावेज और कच्ची पर्चियां बरामद कीं। इस रेड ने जूता कारोबार में बड़े पैमाने पर हो रही वित्तीय अनियमितताओं को उजागर किया।
5. नासिक: फर्नीचर से निकले नोटों के बंडल (₹26 करोड़ कैश, ₹90 करोड़ बेनामी संपत्ति)
-
महाराष्ट्र के नासिक में एक सर्राफा व्यवसायी के ठिकाने पर हुई रेड भी कम चौंकाने वाली नहीं थी। यहां टीम को ₹26 करोड़ नकद मिले, जिन्हें गिनने में ही 14 घंटे लग गए। ये करोड़ों रुपये फर्नीचर और दीवारों में छुपाकर रखे गए थे! इसके अलावा, ₹90 करोड़ की बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज भी बरामद हुए। यह रेड करीब 30 घंटे तक चली थी।
(एक अन्य महत्वपूर्ण कार्रवाई):
-
सितंबर 2022 में आईटी विभाग ने ऑक्सफैम इंडिया और सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) जैसे कई गैर-सरकारी संगठनों (NGO) पर भी छापेमारी की थी। यह कार्रवाई कथित तौर पर विदेशी फंडिंग (FCRA) नियमों के उल्लंघन की जांच का हिस्सा थी।
ये मामले सिर्फ कुछ उदाहरण हैं जो दिखाते हैं कि इनकम टैक्स विभाग काले धन और टैक्स चोरी के खिलाफ कितना सख्त हो गया है। इन छापों से न केवल सरकारी खजाने को भारी राजस्व मिलता है, बल्कि यह टैक्स चोरी करने वालों के लिए एक कड़ा संदेश भी है कि कानून के लंबे हाथ उन तक पहुंच ही जाएंगे। अलमारियों, दीवारों और फर्नीचर में छुपाया गया ‘कुबेर का खजाना’ अब सुरक्षित नहीं है!