Uttar Pradesh News :यूपी को मिला नया हाईवे, 2900 करोड़ का ग्रीनफील्ड फोरलेन, जाम से मिलेगी मुक्ति

Published On: June 7, 2025
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Uttar Pradesh News :यूपी को मिला नया हाईवे, 2900 करोड़ का ग्रीनफील्ड फोरलेन, जाम से मिलेगी मुक्ति
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Uttar Pradesh News :यूपी को मिला नया हाईवे, 2900 करोड़ का ग्रीनफील्ड फोरलेन, जाम से मिलेगी मुक्ति उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सड़क अवसंरचना (Road Infrastructure) के क्षेत्र में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और दूरगामी प्रगति हुई है। केंद्र सरकार (Central Government) ने राज्य में कनेक्टिविटी (Connectivity in UP) को बेहतर बनाने और यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से कई बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इसी कड़ी में, ग्वालियर-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना (Gwalior-Agra Greenfield Expressway Project) को केंद्र से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है, जिसके तहत 30 से अधिक गांवों में भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) का कार्य किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बीच यात्रा को काफी तेज और सुरक्षित बनाएगा।

इसके अलावा, वाराणसी शहर के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। वाराणसी रिंग रोड (Varanasi Ring Road) के फेज दो के तीसरे चरण (Phase 2, Phase 3) का उद्घाटन हो चुका है, जिससे विशेष रूप से चंदौली (Chandauli) जिले के लिए एक नया और सुगम वैकल्पिक मार्ग (alternative route) उपलब्ध हो गया है। एक और महत्वपूर्ण घोषणा में, एक बिल्कुल नया ग्रीनफील्ड फोरलेन (Greenfield Fourlane) सैयदराजा (Syedraja) से गाजीपुर (Ghazipur) तक बनाया जाएगा। इस नए हाईवे का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि नेपाल, बलिया (Ballia), गोरखपुर (Gorakhpur) और गाजीपुर (Ghazipur) जैसे क्षेत्रों से आने वाले भारी वाहनों को अब वाराणसी शहर के अंदर प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, जिससे वाराणसी में ट्रैफिक जाम (Traffic Jam in Varanasi) की समस्या में भारी कमी आएगी। 2900 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाले इस 42 किलोमीटर लंबे महत्वपूर्ण हाईवे (New Highway Project) के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया (Land Acquisition Process) विधिवत शुरू हो गई है।

बहुत अधिक ट्रैफिक और नए हाईवे की आवश्यकता (High Traffic Volume and Need for New Highway):

वर्तमान में, गाजीपुर से जमानिया (Zamania) होते हुए सैयदराजा (चंदौली) तक जाने वाली मौजूदा सड़क की चौड़ाई केवल सात मीटर है। इस मार्ग पर वाहनों का दबाव (High traffic volume) बहुत अधिक है, खासकर व्यावसायिक और भारी वाहनों का, जिसके कारण अक्सर गंभीर ट्रैफिक जाम (Traffic Congestion) की स्थिति बनी रहती है। यह स्थिति यात्रियों और माल ढुलाई (Freight Movement) दोनों के लिए परेशानी का सबब बनती है और यात्रा के समय को काफी बढ़ा देती है।

वाराणसी रिंग रोड (Varanasi Ring Road) फेज दो के तीसरे चरण की परियोजना इसी सप्ताह लोगों के सामने प्रस्तुत की गई और इसके शुरू होने से सात साल की लंबी प्रतीक्षा (7 years wait) के बाद वाहनों को चंदौली जाने के लिए एक बेहतर और तेज मार्ग मिला है। इस नए रिंग रोड और प्रस्तावित ग्रीनफील्ड फोरलेन (Proposed Greenfield Fourlane) परियोजना से न केवल चंदौली से बिहार (Bihar) और बंगाल (West Bengal) जाने वाले वाहनों को सुविधा होगी, बल्कि गाजीपुर, बलिया, गोरखपुर और नेपाल (Nepal) से आने वाले उन वाहनों को भी लाभ मिलेगा जिन्हें पहले बनारस के रिंग रोड पर आना पड़ता था। जमानिया से सैयदराजा तक प्रस्तावित गाजीपुर से ग्रीनफील्ड फोरलेन (Greenfield Fourlane from Ghazipur) को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है, जो वाराणसी शहर के रिंग रोड और आंतरिक सड़कों पर बढ़ते ट्रैफिक लोड (Traffic Load) को निश्चित रूप से काफी कम करेगी और यात्रा को बहुत आसान बनाएगी।

एनएचएआई द्वारा निर्माण प्रक्रिया शुरू (NHAI Initiates Construction Process):

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India – NHAI) ने इस 42 किलोमीटर लंबे नए ग्रीनफील्ड हाईवे (New Greenfield Highway) के निर्माण की प्रक्रिया आधिकारिक तौर पर शुरू कर दी है। इस परियोजना के लिए कुल 2900 करोड़ रुपये की राशि आवंटित और स्वीकृत (Project Cost) की गई है। इस विशाल राशि में से लगभग 1684 करोड़ रुपये सड़क के वास्तविक निर्माण (Road Construction Cost) पर खर्च किए जाएंगे, जबकि शेष राशि का उपयोग परियोजना के लिए आवश्यक भूमि खरीदने (Land Purchase for Highway) में किया जाएगा। इस हाईवे के निर्माण से 30 से अधिक गांवों के किसान प्रभावित होंगे, जिनके लगभग 260 हेक्टेयर (Hectares of land to be acquired) जमीन का अधिग्रहण करना होगा। इस परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (Detailed Project Report – DPR) बनाने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है।

भूमि अधिग्रहण का विवरण (Land Acquisition Details):

आवश्यक 260 हेक्टेयर भूमि में से, 152.22 हेक्टेयर भूमि चंदौली जिले (Chandauli district) में स्थित है, जबकि शेष 109.42 हेक्टेयर भूमि गाजीपुर जिले (Ghazipur district) में है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया नियमों और कानूनों के अनुसार पूरी की जाएगी, और प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा (Compensation for farmers) प्रदान किया जाएगा।

चंदौली के चार गांव ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे (Four Chandauli Villages to be Connected to Greenfield Expressway):

एक अन्य संबंधित विकास में, चंदौली जिले के चार गांवों को वाराणसी-रांची-कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Varanasi-Ranchi-Kolkata Greenfield Expressway) के पहले चरण से सीधे जोड़ने के लिए एक नई सर्विस लेन (New Service Lane) का निर्माण किया जाएगा। इस सर्विस लेन के निर्माण के लिए सर्वे शुरू करने की अनुमति दे दी गई है। चंदौली में दो प्रमुख नदियों, चंद्रप्रभा (Chandraprabha River) और गरई (Garai River) के आसपास बसे ये चार गांव – बहेरा, खुरहुजा, चनहाटा और सिकंदरपुर – लंबे समय से बाढ़ से प्रभावित (Flood affected villages) रहे हैं। इन गांवों के ग्रामीण इस मामले को लेकर मुखर हैं और वे चाहते हैं कि उनके गाँव सीधे एक्सप्रेसवे से जुड़ें, क्योंकि पिछले कई वर्षों से बाढ़ के कारण उनकी कनेक्टिविटी प्रभावित होती रही है। ग्रामीण सेवा लेन का निर्माण इन गांवों के निवासियों के लिए यातायात और आवागमन को सुगम बनाएगा। यह परियोजनाएं उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे के विकास (Infrastructure development in UP) में मील का पत्थर साबित होंगी।


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