Join WhatsApp
Join NowUP new expressway: उत्तर प्रदेश को देश के हर कोने से जोड़ने के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य के तहत, योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेशवासियों, खासकर बुंदेलखंड क्षेत्र के निवासियों को एक और बड़ी सौगात दी है। प्रदेश कैबिनेट ने भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट को सीधे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) से जोड़ने के लिए एक नए चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway) के निर्माण को अपनी मंजूरी दे दी है। इस महत्वपूर्ण परियोजना से न केवल सफर आसान होगा, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के विकास और रोजगार के नए दरवाजे खोलेगा।
यह 15.17 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे होगा, जिसके निर्माण पर ₹939.67 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को सौंपी गई है, जो इसे इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एवं कंस्ट्रक्शन (EPC) मोड में पूरा करेगा।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगा नया पंख
चित्रकूट को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से चित्रकूट में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन विकास को एक नई ऊंचाई मिलेगी। साथ ही, बेहतर कनेक्टिविटी से पूरे इलाके में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और रोजगार के अवसरों में भी भारी इजाफा देखने को मिलेगा।
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ का कहना है कि 2017 से पहले की सरकारें बुंदेलखंड को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए केवल वादे ही करती थीं, लेकिन अब योगी सरकार ने कई परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद, चित्रकूट और बुंदेलखंड क्षेत्र को एक सुरक्षित और तेज यातायात सुविधा उपलब्ध होगी।
कहां से कहां तक बनेगा यह एक्सप्रेसवे?
- रूट: औद्योगिक विकास मंत्री ने बताया कि चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे वाराणसी-बांदा मार्ग पर 267वें किलोमीटर पर चित्रकूट के भरतकूप के निकट से प्रारंभ होगा।
- समाप्ति: यह एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग पर चित्रकूट के ग्राम अहमदगंज में समाप्त होगा।
- मानव दिवस सृजन: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के प्रारंभिक बिंदु से चित्रकूट धाम तक इस एक्सप्रेसवे (UP New Expressway) का निर्माण हो जाने से पर्यटन क्षेत्र का विकास तेज गति से होगा। अनुमान है कि इस परियोजना के निर्माण से करीब 38 लाख मानव दिवस सृजित होंगे, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा।
जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा
इस लिंक एक्सप्रेसवे (UP New Link Expressway) के लिए प्रारंभिक संरेखण और औचित्य परीक्षण का काम पूरा हो चुका है। मेसर्स एमएसवी इंटरनेशनल और मेसर्स टीटीएल जैसी प्रतिष्ठित कंपनियां इस परियोजना के विकास में यूपीडा का सहयोग कर रही हैं।
- जमीन की जरूरत: इसके निर्माण के लिए चित्रकूट की कर्वी तहसील के 13 गांवों में 167 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है।
- अब तक की प्रगति: अब तक करीब 150 हेक्टेयर जमीन की खरीद प्रक्रिया (land purchasing process) पूरी की जा चुकी है।
- अगला कदम: औद्योगिक विकास मंत्री का कहना है कि जमीन खरीदने की प्रक्रिया पूरी होते ही लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण (construction of link expressway) कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) भी पहले ही तैयार की जा चुकी है।
यह परियोजना बुंदेलखंड के समग्र विकास और उसे देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।