Uttar Pradesh News : क्यों दुबई में पॉपुलर हो रहा है UP का आलू? निर्यात में जबरदस्त उछाल, ₹4.89 बिलियन की कमाई

Published On: May 31, 2025
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Uttar Pradesh News : क्यों दुबई में पॉपुलर हो रहा है UP का आलू? निर्यात में जबरदस्त उछाल, ₹4.89 बिलियन की कमाई

Uttar Pradesh News : ये सुनकर आपको शायद थोड़ी हैरानी हो, लेकिन ये सच है! हमारे उत्तर प्रदेश का आलू अब सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि दूर दुबई जैसे खाड़ी देशों (Gulf Countries) में भी खूब पसंद किया जा रहा है। खास तौर पर अलीगढ़ (Aligarh) का आलू तो वहाँ के शेखों की पहली पसंद बन गया है। इस बढ़ती डिमांड की वजह से आलू का निर्यात (Potato Export) काफी बढ़ गया है, जिससे प्रदेश के किसानों और कृषि क्षेत्र को बड़ा फायदा हो रहा है।

दुबई में अलीगढ़ के आलू का जलवा:

अलीगढ़, जो उत्तर प्रदेश में आलू उत्पादन में छठवें स्थान पर है, यहाँ का आलू अपनी क्वालिटी और स्वाद के लिए जाना जाता है। यहाँ ग्यारह अलग-अलग किस्मों का आलू (Potato Varieties) उगाया जाता है, जिनमें कुफरी पुखराज, कुफरी मोहन, कुफरी गंगा, कुफरी ज्योति, कुफरी चिप्सोना-1, कुफरी ख्याति, कुफरी बहार, कुफरी सूर्या, कुफरी 302 और कुफरी नीलकंठ जैसी वैरायटी शामिल हैं।

दुबई और दूसरे खाड़ी देशों में अलीगढ़ का आलू (Aligarh Potato) बहुत ज़्यादा पसंद किया जा रहा है। इसका नतीजा ये हुआ है कि खाड़ी देशों को होने वाला आलू निर्यात 50 हजार टन तक बढ़ गया है। पिछले साल (2022-2023 में 1.50 लाख टन) के मुकाबले इस साल (2023-2024 में 2 लाख टन) खाड़ी देशों में ज़्यादा आलू भेजा गया है।

अलीगढ़ जिला अपने आलू उत्पादन (Potato Production) के लिए जाना जाता है। यहाँ लगभग 24987 हेक्टेयर ज़मीन पर आलू की खेती होती है और चिप्सोना आलू (Chipsona Potato) का उत्पादन सबसे ज़्यादा होता है। 2023-24 में जिले में कुल 11 लाख टन आलू पैदा हुआ, जिसमें से 4.4 लाख टन आलू बाहर, यानी देश और विदेश में निर्यात किया गया। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अलीगढ़ की मिट्टी और जलवायु आलू की खेती के लिए बहुत उपयुक्त है।

पूरे देश में आलू उत्पादन और निर्यात:

सिर्फ अलीगढ़ ही नहीं, पूरे देश में भी आलू का उत्पादन (Potato Production India) काफी होता है। भारत में हर साल लगभग 59.57 मिलियन टन आलू पैदा होता है। पिछले कुछ सालों में (2020–2022 के दौरान) आलू उत्पादन में 4.4% की बढ़ोतरी हुई है।

भारत से आलू का निर्यात कई देशों में होता है, जिनमें नेपाल, अमेरिका, यूएई (UAE), जापान और वियतनाम शामिल हैं। आलू के निर्यात से देश को अच्छी विदेशी मुद्रा (Foreign Exchange) मिलती है। रिपोर्ट के मुताबिक, आलू और आलू से जुड़े उत्पादों से देश को 4.89 बिलियन डॉलर की कमाई हुई है।

उत्तर प्रदेश के मुख्य आलू उत्पादक जिले:

उत्तर प्रदेश आलू उत्पादन में देश के प्रमुख राज्यों में से एक है। यहाँ के कुछ मुख्य आलू उत्पादक जिले और उनका उत्पादन इस प्रकार है:

  • आगरा: 28.0 लाख टन (पहला स्थान)

  • फिरोजाबाद: 20.8 लाख टन (दूसरा स्थान)

  • कन्नौज: 20.4 लाख टन (तीसरा स्थान)

  • हाथरस: 19.1 लाख टन (चौथा स्थान)

  • फर्रुखाबाद: 15.9 लाख टन (पांचवां स्थान)

  • अलीगढ़: 11.0 लाख टन (छठवां स्थान)

किसानों के सामने चुनौतियां भी हैं:

हालांकि निर्यात बढ़ने से किसानों को फायदा हो रहा है, लेकिन आलू किसानों (Potato Farmers) के सामने कई चुनौतियां भी हैं:

  1. जलवायु परिवर्तन: मौसम का मिजाज बदलना, तापमान का बढ़ना और बारिश की अनिश्चितता फसल चक्र को प्रभावित करती है।

  2. गर्मी और सूखा: ज़्यादा गर्मी और पानी की कमी से आलू के कंदों का विकास ठीक से नहीं हो पाता।

  3. बीमारियां और कीट: आलू की फसल में लगने वाली बीमारियां, जैसे ‘ब्लाइट’, अगर समय पर कंट्रोल न हों तो भारी नुकसान कर सकती हैं।

  4. कोल्ड स्टोरेज की कमी: कटाई के बाद आलू को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त कोल्ड स्टोरेज (Cold Storage) की व्यवस्था न होने से फसल खराब होने का खतरा बना रहता है।

  5. बाजार मूल्य का उतार-चढ़ाव: कई बार ज़्यादा उत्पादन होने पर बाजार में आलू के दाम गिर जाते हैं, जिससे किसानों को उनकी मेहनत का सही दाम नहीं मिल पाता।

उत्तर प्रदेश, खासकर अलीगढ़ के आलू की दुबई जैसे विदेशी बाजारों में बढ़ती लोकप्रियता एक बड़ी उपलब्धि है। यह यूपी के कृषि निर्यात (Agricultural Export) की क्षमता को दिखाता है। अगर किसानों को सही सहायता मिले और भंडारण जैसी चुनौतियों का समाधान हो जाए, तो UP का आलू और भी बड़े पैमाने पर दुनिया के बाजारों में धूम मचा सकता है, जिससे किसानों की आय में substantial बढ़ोतरी होगी।

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