Uttar Pradesh News : 57 गांवों से गुजरेगी नई रेलवे लाइन, महराजगंज को पहली बार मिलेगी रेल कनेक्टिविटी

Published On: May 10, 2025
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Uttar Pradesh News : 57 गांवों से गुजरेगी नई रेलवे लाइन, महराजगंज को पहली बार मिलेगी रेल कनेक्टिविटी
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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के विकास को लगातार नई गति मिल रही है, और अब प्रदेशवासियों को रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक और शानदार तोहफा मिलने जा रहा है। योगी सरकार ने एक नई रेलवे लाइन परियोजना को हरी झंडी दी है, जो 57 गांवों से होकर गुजरेगी। इस प्रोजेक्ट से कई जिलों को सीधा फायदा होगा, और खास तौर पर एक ऐसा जिला है जिसे पहली बार रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।

यह नई रेल लाइन आनंदनगर से घुघली तक बिछाई जाएगी। इसके बनने से इस पूरे इलाके में सफर करना काफी आसान हो जाएगा।

किसानों को मिलेगा अच्छा मुआवजा

इस परियोजना के लिए जिन 57 गांवों की जमीन ली जाएगी, वहाँ के किसानों को सरकार की तरफ से अच्छा मुआवजा दिया जाएगा। यह ज़मीन अधिग्रहण प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।

महराजगंज के लिए गेम चेंजर

इस नई रेल लाइन का सबसे बड़ा फायदा महराजगंज जिले को मिलेगा। आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि महराजगंज उत्तर प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला मुख्यालय है जहाँ अभी तक रेलवे सेवा नहीं है। 53 किलोमीटर लंबी यह नई लाइन महराजगंज को सीधे रेल नेटवर्क से जोड़ देगी, जिससे जिले की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी।

रोजगार और व्यापार के नए अवसर

महराजगंज और आसपास के इलाकों में रेल कनेक्टिविटी आने से रोजगार के नए दरवाजे खुलेंगे। स्टेशन बनने से उसके आसपास होटल, दुकानें और अन्य व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी। इससे स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। अभी शाम ढलने के बाद महराजगंज जिला मुख्यालय से कहीं आना-जाना काफी मुश्किल हो जाता है, लेकिन नई रेल लाइन और स्टेशनों के बनने के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी। खासकर, महुआवा जैसे इलाकों के पास स्टेशन बनने की चर्चा है, जिससे आसपास का आवागमन बेहद आसान हो जाएगा।

लंबी दूरी के लिए भी फायदेमंद

यह नई रेल लाइन सिर्फ स्थानीय कनेक्टिविटी के लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण होगी। एक बार यह लाइन बिछ जाने के बाद, पंजाब और दिल्ली से असम और पूर्वोत्तर राज्यों की ओर जाने वाली कई ट्रेनें इसी रास्ते से गुजर सकती हैं। इससे यात्रा की दूरी कम होगी और माल ढुलाई (Freight) की लागत भी घटेगी, जिसका सीधा फायदा लोगों और व्यापारियों दोनों को मिलेगा।

पुल और अन्य काम भी होंगे

इस नई रेल लाइन को बनाने के लिए सिर्फ पटरी बिछाना ही काफी नहीं होगा, बल्कि कई जगह पुलों का निर्माण भी करना पड़ेगा। खासकर, रोहिणी नदी पर एक बड़ा रेल सेतु बनाया जाएगा, जिसके लिए रेलवे ने 429 करोड़ रुपये का टेंडर भी जारी कर दिया है।

कुल मिलाकर, यह परियोजना उत्तर प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर और खासकर महराजगंज जैसे पिछड़े जिले के विकास के लिए एक बहुत बड़ा कदम साबित होगी। सरकार की प्राथमिकता है कि सभी जिला मुख्यालयों को रेलवे से जोड़ा जाए, और यह परियोजना उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

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