What are the Silent Killers of Fertility? आज के समय में, दुख की बात है कि कई युवा जोड़े इन्फर्टिलिटी (Infertility) यानी बांझपन (Female Infertility) या नपुंसकता (Male Impotence) की परेशानी से जूझ रहे हैं। वे माता-पिता बनने का सुख नहीं भोग पा रहे हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि इसके लिए बहुत हद तक हमारी कुछ रोज़मर्रा की आदतें (Habits) जिम्मेदार हैं। ये आदतें सीधे तौर पर महिलाओं में अंडाणुओं (Eggs) और पुरुषों में शुक्राणुओं (Sperm) की गुणवत्ता (Quality) को खराब करती हैं, जिससे गर्भधारण (Conception) करना मुश्किल हो जाता है। अगर आप भविष्य में माता-पिता बनने की योजना बना रहे हैं, तो इन आदतों को तुरंत छोड़ देना ही आपके और आपके पार्टनर के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प है।
आजकल महिलाओं और पुरुषों दोनों में प्रजनन क्षमता (Fertility) से जुड़ी समस्याएं, जैसे बांझपन (Infertility) और नपुंसकता (Impotence), तेजी से बढ़ रही हैं। इसकी वजह सिर्फ बढ़ती उम्र या मानसिक तनाव (Stress) ही नहीं है, बल्कि कुछ ऐसी आदतें भी हैं जो हमारी प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health) को अंदर से खोखला कर रही हैं। धूम्रपान (Smoking), शराब (Alcohol) और वेपिंग (Vaping – इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट) इनमें प्रमुख हैं। कई लोग सोचते हैं कि जब बच्चा प्लान (Planning Baby) करना शुरू करेंगे, तब इन आदतों को छोड़ देंगे। लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि यह एक खतरनाक सोच है। इन आदतों का शरीर पर, खासकर प्रजनन अंगों (Reproductive Organs) पर, लंबे समय तक नकारात्मक असर (Negative Effects) रहता है। ये अंडे (Eggs) और शुक्राणुओं (Sperm) की गुणवत्ता (Quality) और संख्या (Count) को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे स्वाभाविक रूप से गर्भधारण (Conception) होने की संभावना (Chances) कम हो जाती है। आइए जानते हैं कि प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ (Gynecologists) और फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट (Fertility Specialist) इस इन्फर्टिलिटी की समस्या (Problem of Infertility) पर काबू पाने के लिए क्या सलाह देते हैं।
1. धूम्रपान (Smoking): आपकी फर्टिलिटी का सबसे बड़ा दुश्मन
गायनकोलॉजिस्ट, डॉ. मंजू गुप्ता, स्पष्ट करती हैं कि धूम्रपान (Smoking) महिलाओं और पुरुषों दोनों की फर्टिलिटी (Fertility) के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है।
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महिलाओं में: धूम्रपान से अंडाणुओं (Eggs) की संख्या (Egg Count) तेजी से घटती है, फेलोपियन ट्यूब्स (Fallopian Tubes) को नुकसान पहुंचता है जिससे अंडे का गर्भाशय तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है, और गर्भाशय (Uterus) की कार्यक्षमता (Functionality) कम होती है। इसके अलावा, धूम्रपान करने वाली महिलाओं में गर्भपात (Miscarriage) और एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी (Ectopic Pregnancy) यानी गर्भ का गर्भाशय के बाहर (आमतौर पर फेलोपियन ट्यूब में) बनने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
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पुरुषों में: धूम्रपान (Smoking) पुरुषों में शुक्राणुओं (Sperm) की संख्या (Sperm Count) को कम करता है, उनकी गतिशीलता (Sperm Motility) घटाता है और शुक्राणु के डीएनए (DNA) को नुकसान पहुंचाता है। यह DNA डैमेज जन्म दोषों (Birth Defects) का कारण बन सकता है।
डॉ. गुप्ता बताती हैं कि सिर्फ खुद सिगरेट (Cigarette) पीना ही नहीं, बल्कि पैसिव स्मोकिंग (Passive Smoking) यानी किसी और के धुएं के संपर्क में रहना भी उतना ही हानिकारक है। धूम्रपान (Smoking) का असर फर्टिलिटी (Fertility) पर लंबे समय तक बना रहता है, भले ही आप इसे छोड़ दें। इसलिए, अगर आप मा-बाप बनने (Becoming Parents) की योजना बना रहे हैं, तो धूम्रपान (Smoking) को आज ही छोड़ देना सबसे सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है। बहुत से लोग यह गलतफहमी रखते हैं कि बच्चा प्लान करने से कुछ महीने पहले धूम्रपान या वेपिंग (Vaping) छोड़ देने से हुआ नुकसान ठीक हो जाएगा, लेकिन यह पूरी तरह से गलत सोच है।
2. शराब (Alcohol) और 3. वेपिंग (Vaping – इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट): कम नहीं इनका खतरा
इंदिरापुरम के नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी सेंटर (Nova IVF Fertility Centre) की फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट (Fertility Specialist), डॉ. नेहा त्रिपाठी, बताती हैं कि शराब (Alcohol) का सेवन भी प्रजनन क्षमता (Fertility) के लिए खतरनाक है।
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महिलाओं में: शराब हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) पैदा कर सकती है, जिससे अंडोत्सर्जन (Ovulation) प्रभावित होता है और पीरियड्स अनियमित (Irregular Periods) हो जाते हैं।
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पुरुषों में: शराब (Alcohol) पुरुषों में मुख्य पुरुष हार्मोन, टेस्टोस्टेरोन (Testosterone), के स्तर को कम करती है और शुक्राणुओं (Sperm) की गुणवत्ता (Quality) को बिगाड़ती है।
डॉ. त्रिपाठी यह भी बताती हैं कि वेपिंग (Vaping) या इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (Electronic Cigarette) को अक्सर लोग सामान्य सिगरेट से सुरक्षित मानते हैं, लेकिन यह भी फर्टिलिटी (Fertility) के लिए हानिकारक है। वेपिंग में इस्तेमाल होने वाले तरल पदार्थों (Liquids) में ऐसे हानिकारक केमिकल (Harmful Chemicals) होते हैं जो महिलाओं में अंडों (Eggs) को और गर्भाशय (Uterus) की परत (Uterine Lining) को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
डॉ. त्रिपाठी सलाह देती हैं, ‘अगर आप मा-बाप बनने (Planning to become Parents) की प्लानिंग कर रहे हैं, तो सबसे पहले अपनी जीवनशैली (Lifestyle) पर ध्यान दें। संतुलित और अच्छा खानपान (Healthy Diet) रखें, नियमित रूप से व्यायाम (Exercise) करें और सबसे ज़रूरी बात, धूम्रपान (Smoking), शराब (Alcohol) और वेपिंग (Vaping) जैसी सभी गलत आदतों (Bad Habits) को तुरंत छोड़ दें। ऐसा करके आप न केवल अपनी वर्तमान प्रजनन क्षमता (Fertility) को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि भविष्य में प्रजनन से जुड़ी समस्याओं (Fertility Problems) से भी काफी हद तक बच सकते हैं।’
संक्षेप में, स्वस्थ प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health) और सफलतापूर्वक गर्भधारण (Successful Conception) के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली (Healthy Lifestyle) अपनाना और इन हानिकारक आदतों (Bad Habits) से दूरी बनाना बेहद आवश्यक है।