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Join Nowweight loss: सेहतमंद जीवनशैली आज की ज़रूरत है, लेकिन इसे अपनाने के तरीके अक्सर गलतफहमी भरे होते हैं। अक्सर लोग वज़न घटाने (weight loss) के चक्कर में कुछ ऐसी गलतियाँ कर बैठते हैं, जो फायदे की जगह नुकसान पहुँचाती हैं। आज हम आपकी सेहत से जुड़े ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब लेकर आए हैं, जो आपको स्वास्थ रहने (staying healthy) और स्वस्थ जीवनशैली (healthy lifestyle) अपनाने में मदद करेंगे। डाइटिशियन वंदना वर्मा और फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. इंद्रमणि उपाध्याय की सलाह पर, आइए जानते हैं वो सच जो वज़न घटाने, दौड़ने के फायदे, स्वस्थ खान-पान और धूम्रपान के नुकसान से जुड़े हैं।
नाश्ता स्किप करने से वज़न कम नहीं होता, बल्कि बढ़ता है! जानें क्यों?
अक्सर लोग सोचते हैं कि नाश्ता (breakfast) स्किप करने से वज़न घटता है, या लंच (lunch) या डिनर (dinner) छोड़ देने से उनका वज़न कम हो जाएगा। लेकिन यह बिल्कुल गलत धारणा है। असल में, जब आप लंबे समय तक भूखे रहते हैं, तो आपका मेटाबॉलिज्म (metabolism) धीमा हो जाता है और शरीर एनर्जी बचाने के लिए कम कैलोरी खर्च करने लगता है। इससे वज़न घटाना और मुश्किल हो जाता है, और कई बार तो वज़न बढ़ भी जाता है। रिसर्च बताती हैं कि मील स्किप करने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है। हमारा शरीर एक मशीन की तरह है जिसे निरंतर ईंधन की जरूरत होती है। यदि आप लगातार ब्रेकफास्ट छोड़ते हैं (skipping breakfast), तो आपका ब्लड शुगर लेवल (blood sugar level) घट सकता है, एनर्जी (energy) कम हो जाती है, थकान (fatigue) महसूस होती है, ध्यान केंद्रित करना मुश्किल (difficulty concentrating) हो जाता है और चिड़चिड़ापन (irritability) बढ़ सकता है। इसके अलावा, खाली पेट रहने से एसिडिटी (acidity) और गैस्ट्रिक समस्याएं (gastric issues) भी हो सकती हैं। इसीलिए, बैलेंस्ड डाइट (balanced diet) लेना और अपने खाने का टाइमिंग (eating timings) सही रखना बहुत जरूरी है। हर 3 से 4 घंटे में कुछ न कुछ खाते रहना शरीर के लिए आवश्यक है।
वज़न घटाने के लिए न छोड़ें खाना, अपनाएं ये स्मार्ट तरीके!
वज़न कम करने (lose weight) के लिए खाना स्किप करना एक गलत तरीका है। बल्कि, आपको सही मात्रा में और सही समय पर खाना चाहिए। अपने ऊर्जा के स्तर (energy levels) को बनाए रखने के लिए, 7-8 बजे तक नाश्ता (breakfast) ज़रूर करें। सुबह के नाश्ते का मतलब ही है “ब्रेक द फास्ट”, यानी रात भर के उपवास को तोड़ना। इसके बाद आप 10-11 बजे के करीब फल (fruits) या नारियल पानी (coconut water) जैसी हाइड्रेटिंग चीजें (hydrating options) ले सकते हैं। दोपहर 1 बजे के करीब लंच करें और रात 8 बजे तक डिनर (dinner) कर लें। यह समय आपके शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक (biological clock) के अनुकूल है और शरीर के पोषक तत्वों (nutrients) को ठीक से अवशोषित करने में मदद करता है। रात में सोने से पहले एक गिलास दूध (milk) पी सकते हैं, और यदि आपको कोई संक्रमण या सर्जरी हुई है, तो दूध में कच्ची हल्दी (raw turmeric) डालकर पीना बहुत फायदेमंद हो सकता है।
दौड़ने के अद्भुत फायदे: उम्र कोई बाधा नहीं!
दौड़ना (Running) एक बेहतरीन कार्डियो एक्सरसाइज (cardio exercise) है जो सिर्फ़ वज़न घटाने (weight loss) में ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ (healthy body) रखने में भी मदद करता है। दौड़ने से न सिर्फ हड्डियाँ मजबूत (strong bones) होती हैं, बल्कि जोड़ों (joints) और पीठ (back) पर कम ज़ोर पड़ता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) और फ्रैक्चर (fracture) का खतरा भी कम होता है। यह ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) सुधारता है, दिल की बीमारियों (heart diseases) और स्ट्रोक (stroke) के जोखिम को 45% तक कम करता है। इसके अलावा, दौड़ने से एनर्जी लेवल (energy level) बढ़ता है, मूड बेहतर (better mood) होता है और तनाव (stress) कम होता है। इसका ब्लड शुगर लेवल (blood sugar level) और रेस्टिंग हार्ट रेट (resting heart rate) पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। याद रखें, दौड़ना सिर्फ़ नौजवानों के लिए नहीं है, 114 साल की उम्र में भी फौजा सिंह (Fauja Singh) ने मैराथन दौड़कर यह साबित किया कि उम्र सिर्फ एक नंबर है! 89 की उम्र में मैराथन दौड़ना शुरू करने वाले फौजा सिंह ने 9 पूर्व मैराथन दौड़कर रिकॉर्ड बनाया और दुनिया को दौड़ने के फायदे (benefits of running) सिखाए।
स्मोकिंग को कहें ‘ना’, बचाएं ज़िंदगी को कैंसर से!
वीडियो में एक चेतावनी भी दी गई है कि धूम्रपान (Smoking) कैंसर (Cancer) का कारण बनता है। सिगरेट के हर पैकेट पर यह चेतावनी लिखी होती है कि “स्मोकिंग किल्स” (Smoking Kills)। यह एक गंभीर सच्चाई है कि सिगरेट का सेवन आपके फेफड़ों (lungs) को सीधे नुकसान पहुंचाता है और कैंसर (cancer) जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए, इस आदत से जितना जल्दी हो सके, छुटकारा पाना ही आपकी सेहत के लिए सबसे बेहतर है।
स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए:
यदि आपको किसी भी स्वास्थ्य संबंधी सलाह पर अमल करना है, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें। सेहत प्रोग्राम आपको आपके डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं देता है।