Car AC mileage tips: उफ़्फ़, ये गर्मी! बाहर निकलते ही पसीने से तरबतर और कार में बैठते ही ऐसा लगता है मानो भट्टी में आ गए हों। ऐसे में कार का एयर कंडीशनर (AC) किसी वरदान से कम नहीं लगता। हम तुरंत AC फुल स्पीड पर चला देते हैं ताकि जल्दी से राहत मिले। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ये आदत आपकी कार की सेहत और आपकी जेब, दोनों पर भारी पड़ सकती है?
जी हाँ! कार का AC सीधे-सीधे आपकी गाड़ी के माइलेज (Mileage) को प्रभावित करता है। जब आप AC फुल पर चलाते हैं, तो इंजन पर ज़्यादा लोड पड़ता है और पेट्रोल/डीज़ल की खपत बढ़ जाती है। तो सवाल ये है कि गर्मी से राहत भी मिले और माइलेज भी न गिरे, इसका क्या उपाय है?
आइए जानते हैं कार AC इस्तेमाल करने का वो स्मार्ट तरीका, जिससे आपकी कार भी ठंडी रहेगी और माइलेज भी बेहतर मिलेगा।
सबसे पहले समझें AC का खेल:
कार का AC सिस्टम एक कंप्रेसर की मदद से चलता है, और ये कंप्रेसर अपनी ताकत सीधे कार के इंजन से लेता है। जब आप AC ऑन करते हैं, खासकर फुल कूलिंग पर, तो इंजन को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ज़्यादा फ्यूल जलता है। कम स्पीड या ट्रैफिक में ये असर और भी ज़्यादा महसूस होता है।
वो ‘नंबर’ नहीं, ये ‘सेटिंग’ है ज़रूरी!
अक्सर हम सोचते हैं कि AC नॉब पर दिए गए 1, 2, 3, 4 नंबर कूलिंग लेवल हैं। ये सबसे बड़ी गलतफहमी है! ये नंबर असल में फैन की स्पीड (Fan Speed) बताते हैं, न कि ठंडक कितनी होगी। ठंडक का लेवल तो टेम्परेचर कंट्रोल (Temperature Control) वाले नॉब/बटन से सेट होता है।
तो बेस्ट कूलिंग और माइलेज के लिए क्या करें?
-
फैन स्पीड: इसे बहुत ज़्यादा (जैसे 4 नंबर) पर लगातार चलाने से बचें। इसे 2 या 3 नंबर पर रखना आमतौर पर काफी होता है। इससे हवा का फ्लो ठीक रहता है और कंप्रेसर पर बेवजह लोड नहीं पड़ता।
-
टेम्परेचर सेटिंग: यहीं असली खेल है! अगर डिजिटल क्लाइमेट कंट्रोल है, तो तापमान 22°C से 24°C के बीच सेट करें। अगर मैनुअल नॉब वाला सिस्टम है, तो उसे बिल्कुल मिनिमम (सबसे ठंडा) पर रखने की बजाय बीच के लेवल या उससे थोड़ा कम पर रखें।
-
सबसे ज़रूरी बटन – रिसर्कुलेशन मोड (Recirculation Mode): यह वो बटन है जिस पर अक्सर एक कार के अंदर घूमते हुए तीर का निशान बना होता है। इसे हमेशा ऑन रखें! जब ये मोड ऑन होता है, तो AC बाहर की गर्म हवा खींचने के बजाय कार के अंदर की ठंडी हवा को ही बार-बार ठंडा करता है। इससे कंप्रेसर को कम मेहनत करनी पड़ती है, कूलिंग जल्दी होती है और माइलेज पर असर कम पड़ता है। यही है वो जादुई बटन!
कुछ और स्मार्ट टिप्स:
-
पहले हवा निकालें: अगर कार धूप में देर तक खड़ी थी, तो AC तुरंत फुल पर चलाने से पहले कुछ सेकंड के लिए शीशे खोल दें ताकि अंदर की गर्म हवा बाहर निकल जाए। इससे AC को केबिन ठंडा करने में कम मेहनत लगेगी।
-
फ़िल्टर साफ़ रखें: कार का AC (केबिन) फ़िल्टर नियमित रूप से साफ़ कराएं या बदलवाएं। गंदा फ़िल्टर हवा के फ्लो को रोकता है, जिससे AC सिस्टम पर लोड बढ़ता है और कूलिंग कम होती है।
-
AUTO मोड का कमाल: अगर आपकी कार में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल है, तो बेझिझक ‘AUTO’ मोड इस्तेमाल करें। ये सिस्टम खुद ही फैन स्पीड और टेम्परेचर को मैनेज करके बेस्ट कूलिंग और एफिशिएंसी देता है।
गर्मी में कार AC चलाना ज़रूरत है, लेकिन उसे स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल करके आप बेवजह के फ्यूल खर्च से बच सकते हैं। अगली बार जब कार में बैठें, तो AC को फुल ब्लास्ट पर चलाने की बजाय इन सेटिंग्स को आज़माएं – आपको अच्छी ठंडक भी मिलेगी और माइलेज भी बेहतर रहेगा!