डेस्क। दुर्गा भाभी एक भारतीय क्रांतिकारी थीं जिन्होंने भगत सिंह के साथ मिलकर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनका असली नाम दुर्गावती देवी था पर उन्हें दुर्गा भाभी के नाम से आज भी जाना जाता था।
दुर्गा भाभी का जन्म 1907 में पंजाब के लाहौर में हुआ था। उनके पति भगवान दास माहौर थे, जो एक क्रांतिकारी भी थे। दुर्गा भाभी ने अपने पति के साथ मिलकर क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया था।
मुरली से काम नहीं चलेगा बल्कि सुरक्षा के लिए सुदर्शन उठाना होगा: योगी आदित्यनाथ
क्या था दुर्गा भाभी का रोल-
दुर्गा भाभी ने भगत सिंह के साथ मिलकर कई क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया। उन्होंने सैंडर्स की हत्या में भगत सिंह की मदद की और उन्हें पुलिस से बचाने में मदद की।
सविनय अवज्ञा आन्दोलन: स्वतंत्रता की लड़ाई का महत्वपूर्ण अध्याय
दुर्गा भाभी ने भगत सिंह को उनके छिपने के लिए स्थान प्रदान किया और उन्हें खाना और पानी दिया। उन्होंने भगत सिंह को कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएं भी प्रदान कीं।
अपने मोबाइल डिवाइस की बढ़ाएं लाइफ, फॉलो करें ये टिप्स
दुर्गा भाभी की गिरफ्तारी व रिहाई
दुर्गा भाभी को 1929 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन उन्हें बाद में रिहा कर दिया गया था। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के बाद भी कई क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया।
दुर्गा भाभी का निधन:
दुर्गा भाभी का निधन 1999 में हुआ था। उन्हें भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है।
दुर्गा भाभी एक सच्ची देशभक्त और क्रांतिकारी थीं। उन्होंने भगत सिंह के साथ मिलकर ब्रिटिश सरकार के खिलाफ कई लड़ाई लड़ी और भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई।