सिंघम अगेन: धमाकेदार एक्शन, या फिर एक बड़ा निराश?
क्या आप रोमांचक एक्शन से भरपूर फिल्म देखने के लिए तैयार हैं? 'सिंघम अगेन' एक ऐसी फिल्म है जो आपको अपने सीट से बांध कर रख देगी! इस फिल्म में धमाकेदार एक्शन सीक्वेंस, दिल दहला देने वाले स्टंट्स और अनगिनत ट्विस्ट हैं, जो आपको आखिर तक स्क्रीन से चिपकाए रखेंगे। लेकिन क्या यह फिल्म सच में उतनी ही शानदार है जितना इसका ट्रेलर दिखाता है? आइए जानते हैं…
एक्शन से भरपूर शुरुआत
'सिंघम अगेन' की शुरुआत कश्मीर से होती है, जहाँ बाजीराव सिंघम (अजय देवगन) आतंकवाद का सफाया करने में लगे हुए हैं। फिल्म में दिखाया गया है कि सिंघम और उनकी टीम ने कैसे युवाओं को आतंकवाद से दूर करके उन्हें पुलिस बल का हिस्सा बनाया। लेकिन अचानक एक हमला हो जाता है, जिसका सामना सिंघम बड़े ही साहस के साथ करते हैं, और इस हमले का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि उमर हाफिज (जैकी श्रॉफ) है। यह एक्शन से भरपूर सीन दर्शकों को फिल्म में बांध कर रखने में कामयाब हो जाता है।
जैकी श्रॉफ का दमदार रोल
जैकी श्रॉफ के एक्शन से भरपूर किरदार ने इस फिल्म को और भी रोमांचक बना दिया है। वह इस फिल्म में एक बहुत ही खतरनाक विलेन के रूप में नजर आते हैं और फिल्म में उनके एक्शन सीक्वेंस बिलकुल ही अद्भुत है।
जब फिल्म धीमी पड़ने लगती है
फिल्म का पहला आधा घंटा शानदार एक्शन और रोमांच से भरपूर है, लेकिन इसके बाद फिल्म की रफ़्तार धीमी हो जाती है। ट्रेलर में दिखाए गए रोमांचक एक्शन सीन के बाद, फिल्म का बाकी हिस्सा थोड़ा नीरस लगता है। फिल्म के बाद के दृश्य में सिंबा (रणवीर सिंह) और सूर्यवंशी (अक्षय कुमार) जैसे कॉप यूनिवर्स के पुराने चेहरे भी दिखाई देते हैं, लेकिन उनका जोड़ फिल्म को उतना प्रभावित नहीं करता।
डेंजर लंका का खौफ़
डेंजर लंका (अर्जुन कपूर), फिल्म का प्रमुख खलनायक, एक बहुत ही क्रूर और खतरनाक शख्सियत है जो सिंघम के परिवार को निशाना बनाता है। उसका एक्शन भी देखने लायक है, लेकिन कहानी इसी खलनायक के इर्द-गिर्द बहुत ज़्यादा घूमती है, और यही फिल्म की सबसे बड़ी कमज़ोरी है।
स्टंट्स का ओवरलोड
'सिंघम अगेन' स्टंट्स से भरपूर एक्शन फिल्म है, मगर कई बार स्टंट्स में इतना ज़्यादा जोर दिया गया है कि कहानी पीछे छूट जाती है। फिल्म में अजय देवगन की बेहतरीन परफ़ॉर्मेंस है, लेकिन बाकी कलाकार अपनी भूमिकाओं में उतने प्रभावशाली नहीं लगते।
रामायण का हल्का सा संदर्भ
रोहित शेट्टी ने कई बार फिल्म को रामायण के संदर्भों से जोड़ा है, जो दर्शकों के लिए कुछ हद तक दिलचस्प है, लेकिन ये प्रयास फिल्म की गति को कुछ हद तक प्रभावित करता है।
निष्कर्ष: मसाला फिल्म के तौर पर औसत दर्जे की फिल्म
कुल मिलाकर, 'सिंघम अगेन' एक ऐसी फिल्म है जिसमें अच्छे और बुरे दोनों पहलू हैं। यह एक रोमांचक फिल्म है, जिसमें अजय देवगन का दमदार अभिनय है और बेहतरीन स्टंट्स भी शामिल हैं। लेकिन कहानी का ढीला होना और ज़रूरत से ज़्यादा स्टंट्स दर्शकों के लिए थोड़ा निराशाजनक साबित हो सकता है। यह मसाला फिल्म के तौर पर एक औसत दर्जे की फिल्म है।
Take Away Points
- 'सिंघम अगेन' की शुरुआत शानदार है, जिसमें अद्भुत एक्शन सीन शामिल हैं।
- फिल्म का दूसरा भाग थोड़ा नीरस लगता है, जिसकी कहानी और बेहतर हो सकती थी।
- अजय देवगन की अदाकारी ज़रूर ध्यान खींचने वाली है।
- फिल्म में कुछ ज़्यादा स्टंट्स और कमज़ोर कहानी दर्शकों के लिए एक औसत दर्जे की फिल्म जैसा अनुभव देती है।