UGC-NET: देश की उच्च शिक्षा की दशा और दिशा तय करने वाले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) को नया नेतृत्व मिला है। प्रोफेसर मामीदला जगदीश कुमार के रिटायरमेंट के बाद, अनुभवी प्रशासक और उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. विनीत जोशी को UGC अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। जब तक स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो जाती, डॉ. जोशी ही इस महत्वपूर्ण पद की बागडोर संभालेंगे।
कौन हैं डॉ. विनीत जोशी? जानिए उनकी प्रभावशाली प्रोफाइल!
डॉ. विनीत जोशी सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि शिक्षा और प्रशासन के क्षेत्र में एक जाना-माना चेहरा हैं। 1992 बैच के मणिपुर कैडर के IAS अधिकारी डॉ. जोशी ने प्रतिष्ठित IIT कानपुर से पढ़ाई की है और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड (IIFT) से भी जुड़े रहे हैं।
उनका प्रशासनिक करियर शानदार रहा है। मणिपुर में मुख्य सचिव और रेजिडेंट कमिश्नर जैसे अहम पदों पर रहने के अलावा, उनका अनुभव शिक्षा जगत में भी बेहद गहरा है:
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NTA के पूर्व मुखिया: दिसंबर 2019 से नवंबर 2020 तक डॉ. जोशी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के महानिदेशक (DG) रहे। उनके नेतृत्व में NEET, JEE Main और UGC-NET जैसी बड़ी राष्ट्रीय परीक्षाओं का सफल और सुचारू संचालन हुआ। उन्हें भारत की परीक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार लाने का श्रेय दिया जाता है।
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CBSE के पूर्व चेयरमैन: फरवरी 2010 से नवंबर 2014 तक वह केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के चेयरमैन भी रह चुके हैं। उनके कार्यकाल में ही स्कूली शिक्षा में सतत और व्यापक मूल्यांकन (CCE) जैसी महत्वपूर्ण प्रणाली लागू की गई, जिसने शिक्षा को अधिक छात्र-केंद्रित बनाने का प्रयास किया।
प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार की विदाई
डॉ. जोशी ने प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार की जगह ली है, जिनका कार्यकाल 7 अप्रैल 2025 को 65 वर्ष की आयु पूरी होने पर समाप्त हो गया। प्रोफेसर कुमार ने फरवरी 2022 में UGC अध्यक्ष का पद संभाला था और इससे पहले वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के कुलपति थे।
क्या हैं उम्मीदें?
डॉ. विनीत जोशी की नियुक्ति भले ही अभी अस्थायी है, लेकिन शिक्षा प्रशासन, परीक्षा सुधार और नीति-निर्माण में उनके व्यापक अनुभव को देखते हुए उच्च शिक्षा जगत में सकारात्मक बदलावों की बड़ी उम्मीदें हैं। उनके नेतृत्व में UGC किस दिशा में आगे बढ़ता है, यह देखना दिलचस्प होगा। स्थायी नियुक्ति होने तक डॉ. जोशी इस दोहरी जिम्मेदारी को निभाते रहेंगे।