डेस्कः पिछले कई महीनों से जारी रूस-यूक्रेन जंग अभी तक थमने का नाम नहीं ले रही है। 272 दिनों से चल रहे इस युद्ध के बीच WHO ने एक चेतावनी भी जारी की है कि त्रासदी झेल रहे यूक्रेन के लाखों लोग इस साल कड़कड़ाती ठंड की चुनौती का कठिन सामना करेंगे।
यूक्रेन युद्ध में लगातार तबाह हो रहे ऊर्जा केंद्रो के चलते लोग काफी तनाव में है।
लोग बिजली कटौती से बहुत परेशान हैं। वहीं WHO ने यह भी बताया है कि यूक्रेन में चल रही एनर्जी क्राइसिस के कारण यहां ठंड से लाखों लोगों की जान का खतरा भी बढ़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के रीजनल डायरेक्टर हैन्स हेनरी क्लयूग ने जानकारी दी है कि हाल ही में रूस ने यूक्रेन के कई ऊर्जा केंद्रों को तबाह भी कर दिया है जिसके चलते वहां घरों में बिजली और एनर्जी के दूसरे संसाधानों की भारी कमी हो रही है।
यूक्रेन के आधे से ज्यादा ऊर्जा केंद्रों को गहरा नुकसान भी पहुंचा है। वहीं कुछ पूरी तरह से तबाह भी हो गए हैं। इससे लोगों की हेल्थ पर बहुत गहरा असर पड़ रहा है। साथ ही कीव में एक प्रेस कांफ्रेंस में क्लयूग ने यह भी बताया कि फिलहाल कीव में एक करोड़ लोग बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं वहीं 30 लाख लोग ठंड से बचने के लिए अपना घर भी छोड़ सकते हैं। इस बार यूक्रेन में ठंड जानलेवा हो सकती है। एक अनुमान की माने तो इस साल वहां के कई इलाकों का तापमान -20 डिग्री से भी कम जा सकता है। और इसे बिना बिजली के निपटना एकदम नामुमकिन है।
WHO की माने तो सर्दियों में यूक्रेन के लोगों को कई तरह के इंफेक्शनस का खतरा भी हो सकता है, जो अस्पतालों की कमी के कारण औऱ गंभीर दिखाई दे रहा है। कोरोना के चलते निमोनिया और सांस से जुड़ी गंभरी बीमारियां विकराल रूप भी ले सकती हैं।