डेस्क। केन्द्र सरकार बजट 2023 पेश करने के लिए तैयार है। वहीं देश की 71 करोड़ महिलाओं की नजर इस पर है कि सरकार उनके लिए क्या नई घोषणाएं करेगी। वहीं पिछले चार वर्षों से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषणों में दानलक्ष्मी (बीज वितरक) जैसे कार्यक्रमों को लागू भी किया और सक्षम आंगनवाड़ी, पोषण 2.0, मिशन शक्ति और मिशन वात्सल्य जैसे कार्यक्रमों को संशोधित करके महिलाओं पर ध्यान भी केंद्रित करने की कोशिश की है।
वहीं इनके अलावा मोदी सरकार की उज्जवला, स्वच्छ भारत, मुफ्त राशन और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं से भी महिलाओं को काफी लाभ मिला भी है। वहीं आम चुनाव और विधानसभा चुनावों में महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों की तुलना में ज्यादा भी रहा है।
साथ ही इसके बावजूद, जीडीपी में महिलाओं का योगदान 18 प्रतिशत भी है।
वहीं देश में कई बड़ी कंपनियों में बड़े स्तर पर छंटनी हुई है, ऐसे में उम्मीद है कि सरकार रोजगार और महिला सुरक्षा पर आवंटन भी कर सकती है।
वित्त वर्ष 2022-23 में महिलाओं के लिए 1,71,006 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित किया गया था। साथ ही वित्त मंत्री ने महिला और बाल विकास मंत्रालय की मिशन शक्ति, सक्षम आंगनवाड़ी, मिशन वात्सल्य और पोषण 2.0 जैसी योजनाओं को नया रूप देने की घोषणा भी की गई थी।
वहीं इसके अलावा, 2 लाख आंगनवाड़ी को अपग्रेड किया गया है और महिलाओं एवं बच्चों के विकास को ध्यान में रखते हुए तीन योजनाएं भी शुरू की गईं। वहीं साथ ही मेंटल हेल्थ काउंसलिंग के लिए भी कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा इस बजट में की भी गई थी। और साथ ही वित्त मंत्री ने बजट 2022-23 में महिला एवं बाल कल्याण को 25,172 करोड़ रुपये आवंटित भी किए थे।