डेस्क।। क्या आप मच्छरों से काफी परेशान हैं? और आप घर में मच्छरों को मारने के बजाय उन्हें आने से रोकना चाहते हैं तो आज आपको इस आर्टिकल में काफी जानकारी मिलेगी।
आप सोच रहे होंगे कि मच्छरों को कैसे रोका जा सकता है और तो दोस्तों ये खबर थोड़ी अजीब है लेकिन आप इसे पूरा पढ़ने के बाद बहुत ही संतुष्ट होंगे।
बाजार में चौतरफा और मॉस्किटो रिपेलेंट्स उपलब्ध हैं, जिनसे मच्छर भागते हैं, जिसका पता तभी चलता है, जब रात में रजाई के अंदर से उनकी पाइप कानों में बजने लगती है और अशनीर ग्रोवर की भाषा में, ये सभी मच्छर प्रतिकारक पाखंडी होते हैं।
अलग से यह आपके फेफड़ों को जरूर नुकसान पहुंचाता है। लेकिन कुदरत भी बड़ी मेहरबान है, इंसानों ने रहने, खाने और कमाने का पूरा इंतजाम कर रखा होता है।
बता दें महोगनी ट्री नाम का एक पेड़ होता है। जहां भी महोगनी का पेड़ लगाया जाता है, वह क्षेत्र मच्छरों और कीड़ों से मुक्त हो जाता है। क्योंकि इसमें औषधीय गुण होते हैं जिनका इस्तेमाल खुद कंपनियां मच्छर रेप्लिकेंट बनाने में भी करती हैं।
इसकी पत्तियों और बीजों का उपयोग मच्छर रोधी स्प्रे, कॉइल और स्नेहक बनाने के लिए होता है। इससे तेल, साबुन, रंग, वार्निश तथा अनेक प्रकार की औषधियाँ भी बनाई भी जाती हैं। वहीं इसकी छाल से कई रोग दूर भी होते हैं। और इसलिए अगर आप अपने घर के आसपास इन पेड़ पौधों को लगाते हैं तो आपकी दहलीज पर कभी भी मच्छर और मक्खियां नहीं टिकने वाले।
महोगनी के पेड़ से कर सकते हैं कमाई
जिस किसी ने भी महोगनी के पेड़ की खेती की है उसने इससे दबा कर पैसा कमाया है। बता दें इस पेड़ की लकड़ी से लेकर छाल और पत्ते तक बीज बाजार में बिकते हैं। इसे उगाने के लिए सामान्य वातावरण ही सही है। अगर आप पहाड़ी इलाके में नहीं रहते हैं तो बधाई हो आप महोगनी की खेती आराम से कर सकते हैं।
लेकिन ऐसा नहीं है कि पौधा लगाते ही कमाई शुरू हो जाएगी इसके लिए कम से कम 12 साल इंतजार करना होगा। क्योंकि एक महोगनी के पेड़ को पूरी तरह से विकसित होने में 12 साल लगते हैं। वहीं इसके बीज बाजार में 1,000 रुपये प्रति किलो और इसकी लकड़ी 2,200 रुपये प्रति घन फुट की दर से बिकती भी है।
कंपनियां भी इसके पत्ते बिना बिन के ही ले भीं लेती हैं। साथ ही इसकी लकड़ी से प्लाई बनाया जाता है और इस लकड़ी का इस्तेमाल जहाजों में भी किया जाता है। वहीं क्योंकि यह जल्दी खराब नहीं होता और टिकाऊ भी रहता है। अगर आप उचित योजना के तहत इसकी खेती शुरू करते हैं तो आप 12 साल बाद करोड़पति भी बन सकते हैं।