डेस्क। वैसे तो दुनिया में कई जगहों पर अलग—अलग परंपराएं फॉलो की जाती हैं। कई परंपराएं और प्रथाएं इतनी अजीब होती हैं, जिनके बारे में जानकर लोग भौचक्के ही रह जाते हैं। बता दें दुनिया में कई जगहों पर बहुपतित्व की प्रथा भी है।
वही इसके पीछे अलग अलग कारण भी दिए जाते हैं।आमतौर पर बहुपतित्व की प्रथा को सही नजरों से नहीं देखा जाता लेकिन एक समुदाय ऐसा भी है, जहां पर बहुपतित्व को शुभ माना जाता। यहां कई भाईयों की एक ही पत्नी होती है और यहां एक पत्नी कई पतियों के साथ एक ही घर में रहती भी है।
तिब्बत में एक महिला के कई पतियों का जिक्र दिखने को मिलता रहा है। आपको बता दें कि तिब्बत एक छोटा सा देश है, जो लंबे समय से चीन की मनमानी को भी झेल रहा है। यहां जीवनयापन करने के लिए लोगों के पास ज्यादा साधन नहीं मौजूद होते है। यहां ज्यादातर लोग किसान हैं, जो जमीन के छोटे टुकड़े पर अपना पूरा परिवार चलाते हैं। ऐसे में अगर कई भाईयों वाले परिवार में सबकी शादियां हों और सभी के बच्चे भी हों तो छोटी जमीन के कई हिस्से हो जाएंगे और इसी मुश्किल के हल के तौर पर तिब्बती सोसायटी ने बहुपतित्व की प्रैक्टिस शुरू करी है।
आज भी जारी हैं प्रथा
यहां बहुपतित्व के पीछे एक तर्क यह भी रहा है कि एक पति अलग कमाने-खाने के लिए बाहर जाए तो घर की देखभाल उतनी ही जिम्मेदारी से दूसरा पति करे। वही यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का ने सत्तर के दशक से लेकर अब तक के कई मानवशास्त्रियों के हवाले से रिसर्च की और पाया कि अब फैमिली लॉ के आने के बाद से बहुपतित्व गैरकानूनी भी हो चुका है, लेकिन तिब्बती गांवों में अब भी ये जारी ही है।
कौन तय करते हैं शादियां
यहां कई पतियों के होने की वजह से समय का बंटवारा व अन्य परेशानियां भी सुलझाई जाती हैं। मेवलिन गोल्डस्टेन के लेख वेन ब्रदर्स शेयर ए वाइफ में देखने को मिलता है। अमरीकी सोशल एंथ्रोपोलॉजिस्ट ने कई दशक तिब्बत में बिताए और उनके समाज को काफी पास से देखाकर लिखने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा कि तिब्बती समाज में आमतौर पर शादियां घर के बड़े तय करते हैं और इसके इर्दगिर्द यही बात होती है कि जमीन को लेकर भाइयों में झगड़ा न हो।