डेस्क। Corona Cases in China: चीन में एक बार फिर से कोरोना (Coronavirus) ने हाहाकार मचाना शुरु कर दिया है। साथ ही COVID विस्फोट के बीच चीन में अस्पतालों में लाशें बिछनी भी शुरू हो गई हैं। साथ ही दवा के लिए हाहाकार भी मच गया है। वहीं इस बीच खबर है कि चीन में खून की कमी हो चुकी है। साथ ही देश में कोरोना संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है कि मेडिकल स्टोर्स में दवा मिलना भी मुश्किल हो चुका है। वहीं इतना ही नहीं, अस्पतालों में इलाज के लिए भीड़ भी उमड़ रही है और लोगों को अपनी बारी के लिए लंबी लाइनों में इंतजार भी करना पड़ रहा होता है।
एक एनालिटिक्स कंपनी की माने तो उनके अनुमान के अनुसार, China में हर दिन एक लाख से भी अधिक नए संक्रमण और कम से कम 5,000 मौतें भी हो रही हैं। वहीं नए अनुमान लंदन स्थित एयरफिनिटी द्वारा प्रदान किए गए थे जिसके मुताबिक चीन में जनवरी के मध्य में और मार्च की शुरुआत में कोरोना की दो पीक लहर भी आ सकती है।
साथ ही अनुमान जताया गया है कि इस बार China में कोरोना से 20 लाख से भी अधिक लोगों की मौत होगी, और 23 करोड़ से अधिक आबादी इससे संक्रमित भी हो सकती है।
वहीं चीन ने देश भर में चिकित्सा आपूर्ति उत्पादन में बढ़ोत्तरी की मांग करी है क्योंकि लाखों लोग कोविड-19 मामलों में उछाल के कारण बुनियादी दवाएं और परीक्षण किट प्राप्त करने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं।
साथ ही China में कोरोना विस्फोट की वजह से सर्दी और फ्लू की दवाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। वहीं इतना ही नहीं, अस्पतालों में बढ़ते कोरोना मरीजों की वजह से बेड की किल्लत होने लगी और दवाओं की भी कमी देखने को मिलीं है। दवाओं की शॉर्टेज के कारण उनकी कीमतें कई गुना बढ़ भी गई हैं।
चीन में कोराना वायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट के नए सब-वेरिएंट से संबंधित संक्रमण के मामलों में काफी वृद्धि भी देखी गई है और देश वर्तमान में मुख्यत: दो उपस्वरूपों BA.5.2 और BF.7 से भी प्रभावित है।
वहीं ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, China के शहर ग्वांगझू में हर दिन खून की मांग को पूरा करने के लिए लगभग 1,200 रक्तदाताओं की जरूरत भी पड़ रही है।
साथ ही कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण बीजिंग के अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्स की कमी देखी गई है। और ऐसे में पूर्वी प्रांतों के सैकड़ों डॉक्टरों और नर्सों को राजधानी में ड्यूटी पर भी बुलाया गया है। साथ ही पूर्वी चीन के शेडोंग प्रांत से कम से कम 500 डॉक्टरों और नर्सों के अलावा जियांगसू से दर्जनों डॉक्टरों को बीजिंग के अस्पतालों में भी भेजा गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह कहा कि वह चीन में COVID-19 की स्थिति के बारे में बहुत चिंतित है और WHO का कहना है कि बुखार की दवाओं की लगातार कमी और देश में संक्रमण की लहरों के आने की आशंका के बीच वायरस का प्रकोप भी पूरे देश में अनियंत्रित रूप से फैलता दिखाई दे रहा है।