Personal Loan

Personal Loan : पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं? रुकिए! ये 3 काम किए तो फायदे की जगह होगा भारी नुकसान, पड़ सकते हैं कर्ज के जाल में

Personal Loan : आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में पैसों की ज़रूरत कब पड़ जाए, कहा नहीं जा सकता। कभी अचानक कोई मेडिकल इमरजेंसी, कभी घर की मरम्मत, तो कभी बच्चों की फीस। ऐसे में ‘पर्सनल लोन’ एक आसान समाधान नज़र आता है। बैंक और NBFCs भी इसे फटाफट देने को तैयार रहते हैं। लेकिन क्या आपने सोचा है कि आसानी से मिलने वाला ये लोन अगर सोच-समझकर न लिया जाए, तो ये आपकी ज़िंदगी में बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है?

लोन लेना अपने आप में बुरा नहीं है, ये ज़रूरत के वक़्त एक बड़ा सहारा बन सकता है। लेकिन पर्सनल लोन के साथ कुछ शर्तें जुड़ी हैं, खासकर इसका ऊंचा ब्याज दर (High Interest Rate), क्योंकि ये एक अनसिक्योर्ड लोन (Unsecured Loan) होता है (यानी इसके लिए कुछ गिरवी नहीं रखना पड़ता)। इसलिए, ये जानना बेहद ज़रूरी है कि पर्सनल लोन का पैसा कहाँ इस्तेमाल करना है और कहाँ बिलकुल नहीं।

ये 3 काम पर्सनल लोन लेकर कभी न करें, वरना पछताएंगे:

  1. शेयर बाज़ार, सट्टा या किसी संदिग्ध स्कीम में पैसा लगाना (Risky Investments):

    • कई बार हम रातों-रात अमीर बनने के सपने देखते हैं। लगता है कि शेयर बाज़ार या किसी नई स्कीम में पैसा लगाकर जल्दी से मोटी कमाई कर लेंगे। अगर पास में पैसा नहीं है, तो दिमाग में पर्सनल लोन लेने का ख्याल आता है। ये सबसे बड़ी गलती है!

    • शेयर बाज़ार और ऐसी स्कीमें बहुत जोखिम भरी होती हैं। अगर आपका दांव उल्टा पड़ गया (जैसा अक्सर होता है), तो आप न सिर्फ निवेश का पैसा गंवाएंगे, बल्कि आपके सिर पर लोन और उसके भारी ब्याज का बोझ भी चढ़ जाएगा। ये आपको सीधे कर्ज के गहरे जाल (Debt Trap) में फंसा सकता है। याद रखें, लोन के पैसे से कभी जुआ नहीं खेलना चाहिए।

  2. शौक पूरे करना – महंगा फ़ोन, घूमना-फिरना, शॉपिंग (Non-Essential Spending):

    • क्या आपको लेटेस्ट महंगा फ़ोन चाहिए? क्या दोस्तों के साथ विदेश घूमने का मन है? या फिर ऑनलाइन शॉपिंग में कुछ ज़्यादा ही खर्च हो गया? इन सब चीज़ों के लिए पर्सनल लोन लेना समझदारी नहीं है। ये आपकी ‘ज़रूरतें’ नहीं, बल्कि ‘शौक’ हैं।

    • “कर्ज लेकर घी पीने” वाली कहावत यहाँ फिट बैठती है। इन शौकों के लिए भारी ब्याज वाली EMI चुकाना आपकी जेब पर बहुत भारी पड़ेगा। बेहतर है कि इन चीज़ों के लिए हर महीने थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाएं और जब पर्याप्त रकम जमा हो जाए, तब अपने शौक पूरे करें। इससे आप लोन के बोझ से बचे रहेंगे।

  3. दूसरों की मदद के लिए लोन लेना (Emotional Loans):

    • आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार मुश्किल में है और आपसे पैसे मांग रहा है। आपके पास पैसे नहीं हैं, तो आप सोचते हैं कि उसके लिए पर्सनल लोन ले लें। भावनाओं में बहकर ये गलती न करें!

    • याद रखें, लोन आपके नाम पर है, इसलिए उसे चुकाने की कानूनी ज़िम्मेदारी भी आपकी ही है। अगर वो व्यक्ति समय पर EMI नहीं चुका पाया, तो बोझ आप पर आएगा। आपकी EMI चूकेगी, आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) खराब होगा और भविष्य में आपको ज़रूरत पड़ने पर लोन मिलना मुश्किल हो जाएगा। दूसरों की मदद करें, लेकिन अपने नाम पर लोन लेकर नहीं, खासकर जब वो पर्सनल लोन जैसा महंगा लोन हो।

पर्सनल लोन महंगा क्यों है?

जैसा कि बताया गया, ये अनसिक्योर्ड लोन है। इसलिए बैंक ज़्यादा रिस्क कवर करने के लिए होम लोन या कार लोन के मुकाबले इस पर ज़्यादा ब्याज वसूलते हैं। इसके अलावा, इसमें प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज, EMI बाउंस चार्ज और इन सब पर GST जैसे कई छिपे हुए शुल्क भी होते हैं, जो लोन को और महंगा बना देते हैं।

तो कब लें पर्सनल लोन?

पर्सनल लोन तभी लें जब कोई अचानक आई ज़रूरत (Emergency) हो, जैसे मेडिकल बिल भरना या घर की बेहद ज़रूरी मरम्मत, और आपके पास पैसे का कोई दूसरा इंतज़ाम न हो। और लोन लेने से पहले ये ज़रूर पक्का कर लें कि आप उसकी EMI आराम से चुका पाएंगे।

पर्सनल लोन एक उपयोगी साधन है, लेकिन इसे तलवार की तरह सोच-समझकर इस्तेमाल करना चाहिए। गलत इस्तेमाल आपको फायदे की जगह गहरे वित्तीय संकट में डाल सकता है। इसलिए, अगली बार पर्सनल लोन लेने से पहले दो बार सोचें कि क्या आपको वाकई इसकी ज़रूरत है और क्या आप इसे सही जगह इस्तेमाल कर रहे हैं।