MCX Gold Rate: सोने की चमक लगातार बढ़ती जा रही है! वैसे तो हर साल सोने के दाम बढ़ते हैं, लेकिन इस बार तो जैसे सोने ने सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए हैं। भारतीय सर्राफा बाजार में पहली बार 10 ग्राम सोने का भाव (Gold Rate) ₹95,000 के जादुई आंकड़े को पार कर गया है! जी हाँ, आपने सही सुना! 16 अप्रैल का दिन सोने के लिए ऐतिहासिक बन गया।
MCX Gold Rate : अगर आप भी सोना खरीदने या उसमें निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है। आइए, जानते हैं कि सोने की कीमतों में यह ज़बरदस्त उछाल क्यों आया है और अब एक तोला सोना खरीदने के लिए आपको कितनी जेब ढीली करनी पड़ेगी।
रिकॉर्ड तोड़ तेजी, ₹95,000 के पार पहुंचा सोना!
मंगलवार, 16 अप्रैल को घरेलू वायदा बाजार (MCX) में सोने ने ₹95,090 प्रति 10 ग्राम का अपना अब तक का उच्चतम स्तर छू लिया। हालांकि बाद में इसमें थोड़ी नरमी आई, लेकिन कीमतें ₹95,000 के अहम स्तर के ऊपर ही बनी रहीं। शाम होते-होते MCX पर सोना करीब ₹95,074 पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले दिन के बंद भाव (₹93,451) के मुकाबले ₹1600 से भी ज़्यादा है! यानी एक ही दिन में लगभग 1.74% की शानदार बढ़त।
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की चमक भी फीकी नहीं पड़ी। MCX पर चांदी भी 1.56% बढ़कर ₹96,253 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी, और दिन के दौरान इसने ₹96,344 का उच्च स्तर भी छुआ।
क्यों आसमान छू रहे हैं सोने के दाम? (Sone ke Bhav)
बाजार के जानकारों की मानें तो सोने की कीमतों में इस रिकॉर्ड तोड़ तेजी के पीछे कई बड़ी वजहें हैं:
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वैश्विक अनिश्चितता: दुनिया भर में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव (Geopolitical Tensions) और आर्थिक सुस्ती की आशंकाओं के बीच निवेशक सोने को सबसे सुरक्षित निवेश (Safe Haven Investment) मान रहे हैं।
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कमजोर होता डॉलर: अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के कमजोर होने से अन्य करेंसी रखने वाले निवेशकों के लिए सोना खरीदना सस्ता हो जाता है, जिससे मांग बढ़ती है।
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केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: दुनिया भर के सेंट्रल बैंक अपने विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं।
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महंगाई की चिंता: बढ़ती महंगाई के दौर में लोग अपनी पूंजी की कीमत बनाए रखने के लिए सोने में निवेश करना पसंद करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है, जो घरेलू कीमतों को और बढ़ावा दे रहा है।
सोना: हमेशा से भरोसेमंद निवेश (Investment in Gold)
सोना सिर्फ एक कीमती धातु ही नहीं, बल्कि मुश्किल समय में एक भरोसेमंद साथी भी माना जाता है। भारत में तो सोने का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत ज्यादा है। यह पारंपरिक रूप से सुरक्षित निवेश का विकल्प रहा है, और इस साल तो इसने निवेशकों को मालामाल कर दिया है! अकेले इसी साल सोने की कीमतों में 25% से ज्यादा का उछाल देखा गया है। बड़े बैंक और निवेशक गोल्ड-ईटीएफ (Gold ETFs) में जमकर पैसा लगा रहे हैं।
क्या और बढ़ेगी सोने की चमक?
कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर वैश्विक हालात ऐसे ही बने रहे, तो 2026 तक सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में $4,000 प्रति औंस के स्तर तक भी पहुंच सकता है! उनका मानना है कि जब तक दुनिया में अनिश्चितता रहेगी, सोने की चमक बनी रहेगी।
सोने में निवेश के स्मार्ट तरीके (Investing in Gold)
अगर आप भी सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो आजकल सिर्फ गहने खरीदना ही एकमात्र विकल्प नहीं है। कई स्मार्ट तरीके मौजूद हैं:
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फिजिकल गोल्ड (Physical Gold): गहने, सिक्के या बिस्किट खरीदना। इसमें मेकिंग चार्ज और सुरक्षा की चिंता होती है।
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गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs): इन्हें शेयर की तरह स्टॉक एक्सचेंज से खरीदा-बेचा जा सकता है। इसके लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है।
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गोल्ड म्यूचुअल फंड (Gold Mutual Funds): बिना डीमैट अकाउंट के भी इनमें निवेश कर सकते हैं। ये फंड सोने में निवेश करने वाली कंपनियों या सीधे सोने में निवेश करते हैं।
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डिजिटल गोल्ड (Digital Gold): Paytm, Google Pay, PhonePe जैसे ऐप से ₹100 जैसी छोटी रकम से भी शुद्ध सोना खरीद सकते हैं। यह सुरक्षित तिजोरी (Vault) में रखा जाता है।
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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond – SGB): सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। ये सुरक्षित हैं और इन पर ब्याज भी मिलता है।
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गोल्ड फ्यूचर्स (Gold Futures): यह अनुभवी ट्रेडर्स के लिए है, जिसमें रिस्क ज्यादा होता है, लेकिन मुनाफा भी तेजी से हो सकता है।
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गोल्ड सेविंग स्कीम्स (Gold Saving Schemes): कई ज्वैलर्स यह स्कीम चलाते हैं, जिसमें आप हर महीने पैसे जमा करके बाद में गहने खरीद सकते हैं, अक्सर कुछ छूट या बोनस के साथ।