Income Tax Rule 2025 : घर में कितना कैश रख सकते हैं? जानें इनकम टैक्स के नियम, वरना लगेगा भारी जुर्माना

Income Tax Rule 2025 : घर में कितना कैश रख सकते हैं? जानें इनकम टैक्स के नियम, वरना लगेगा भारी जुर्माना

Income Tax Rule 2025 : अक्सर टीवी या अखबारों में खबरें आती हैं कि इनकम टैक्स विभाग ने किसी के घर या दफ्तर पर छापा मारा और नोटों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ। ये सुनकर कई बार लोगों के मन में सवाल आता है: क्या घर में ज़्यादा कैश रखना गैरकानूनी है? और आखिर सरकार ने घर में कैश रखने की कोई लिमिट तय की है क्या?

तो चलिए, जानते हैं इनकम टैक्स के नियम क्या कहते हैं। टैक्स जानकारों के मुताबिक, इनकम टैक्स विभाग ने घर में कितना कैश रखा जा सकता है, इसकी कोई तय सीमा नहीं बताई है। आप अपनी जरूरत के हिसाब से कितना भी कैश घर में रख सकते हैं, लेकिन यहाँ एक बहुत बड़ी शर्त है…

कैश का सोर्स बताना है बेहद ज़रूरी!

आपके पास जो भी कैश है, उसका स्रोत वैध होना चाहिए और आपने उसे अपने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) में घोषित किया हो।

अगर इनकम टैक्स विभाग जांच के दौरान आपसे उस कैश का स्रोत पूछता है और आप यह साबित नहीं कर पाते कि पैसा कहाँ से आया, तो उसे ‘बिना स्रोत वाली आय’ यानी ‘बेहिसाब पैसा’ माना जाएगा। इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 68 से 69B ऐसे ही बिना स्रोत वाली आय से जुड़े हैं।

लग सकता है 78% तक टैक्स और जुर्माना

अगर आप कैश का सही सोर्स नहीं बता पाते, यानी यह साबित नहीं कर पाते कि पैसा आपकी ईमानदारी की कमाई है और इसका हिसाब-किताब आपके ITR में है, तो उस रकम को अनडिस्कलोज्ड इनकम (Undisclosed Income) माना जाएगा। ऐसी बेहिसाब आय पर इनकम टैक्स विभाग बहुत भारी टैक्स और जुर्माना लगा सकता है। नियमों के मुताबिक, अगर आप कैश का सही सोर्स नहीं बता पाते, तो उस रकम पर लगभग 78 प्रतिशत तक टैक्स और जुर्माना लग सकता है! यह प्रावधान काले धन पर रोक लगाने के लिए बनाए गए हैं।

रिकॉर्ड्स रखना है बेहद जरूरी

तो सीधा मतलब ये है कि घर में कैश रखने की कोई फिक्स लिमिट नहीं है, लेकिन आपको हर एक रुपये का हिसाब रखना होगा। किसी भी जांच की स्थिति में, आपको यह साबित करने के लिए तैयार रहना चाहिए कि आपके पास रखा सारा कैश कानूनी तरीके से कमाया गया है और आपने उसे अपने टैक्स रिटर्न और अपने खातों में दिखाया है।

क्या करें टैक्सपेयर्स और आम लोग?

चाहे आप व्यापारी हों या नौकरीपेशा व्यक्ति, वित्तीय पारदर्शिता रखना बहुत ज़रूरी है। अगर आप व्यापारी हैं, तो आपकी कैशबुक आपके लेन-देन और खातों से पूरी तरह मिलनी चाहिए। अगर आप व्यापारी नहीं हैं, तब भी आपको यह पता होना चाहिए और साबित कर सकना चाहिए कि आपके पास रखा कैश कहाँ से आया, जैसे सैलरी, बचत, या कोई अन्य वैध स्रोत।

सीधा नियम यही है: जब तक पैसा आपकी ईमानदारी से कमाई हुई आय है और उसका पूरा हिसाब-किताब (रिकॉर्ड) आपके पास मौजूद है और आपने उसे ITR में दिखाया है, तब तक घर में कितनी भी नकदी रखने में डरने की कोई बात नहीं है। बस, हर चीज पारदर्शी रखें और हिसाब रखें।