Income Tax Raid : अक्सर लोग पूछते हैं, “यार, घर पर कितना कैश रखना सेफ है? कहीं इनकम टैक्स वाले आ न जाएँ!” ये सवाल हम सबके मन में कभी न कभी आता ही है। खासकर जब हमने थोड़ी-बहुत बचत नकद में कर रखी हो।तो क्या वाकई घर पर कैश रखने की कोई लिमिट है? क्या एक तय रकम से ज्यादा कैश मिला, तो सीधे रेड पड़ जाती है? आइए, इस उलझन को सुलझाते हैं और जानते हैं हमारे देश के इनकम टैक्स नियमों के बारे में, बिल्कुल आसान भाषा में।
सीधी बात: कैश रखने की कोई ‘तय’ लिमिट नहीं है!
सबसे पहली और सबसे जरूरी बात: भारत में, इनकम टैक्स के नियमों के अनुसार, आप अपने घर में कितना भी नकद (Cash) रख सकते हैं। इसकी कोई ऊपरी सीमा तय नहीं की गई है।
जी हाँ, आपने सही पढ़ा! आप अपनी अलमारी में, तिजोरी में या गद्दे के नीचे... जितना मर्जी उतना कैश रख सकते हैं।
…लेकिन असली खेल ‘सोर्स’ का है!
अब आता है सबसे बड़ा ‘लेकिन’।
अगर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) या कोई और जांच एजेंसी (जैसे ED) आपके घर आती है और उन्हें भारी मात्रा में कैश मिलता है, तो वे आपसे सिर्फ एक सवाल पूछेंगे: “यह पैसा कहाँ से आया? इसका सोर्स (Source) क्या है?”
अगर आप उन्हें उस पैसे का वैध और भरोसेमंद सोर्स बता पाते हैं, यानी आप ये साबित कर पाते हैं कि ये पैसा आपने कानूनी तरीके से कमाया है, यह आपकी घोषित आय का हिस्सा है, और आपने इस पर टैक्स भरा हुआ है, तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।
इसलिए ये दो चीजें हैं सबसे ज़रूरी:
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वैध सोर्स: आपका कैश आपकी सैलरी, व्यापार की कमाई, प्रॉपर्टी बेचने से मिली रकम, कृषि आय, या किसी ऐसे स्रोत से होना चाहिए जो कानूनी हो।
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दस्तावेज और ITR: आपके पास उस आय से जुड़े दस्तावेज़ होने चाहिए (जैसे सैलरी स्लिप, बिक्री के कागज़ात आदि)। और सबसे बढ़कर, आपकी आय इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) में घोषित होनी चाहिए, और उस पर बनने वाला टैक्स भरा हुआ होना चाहिए।
अगर सोर्स नहीं बताया तो? यहाँ पड़ता है मोटा जुर्माना!
यही है सबसे खतरनाक स्थिति। अगर आप पकड़े गए कैश का सोर्स नहीं बता पाते, या आप जो सोर्स बता रहे हैं, वो जांच एजेंसी को सही नहीं लगता, तो आप पर भारी जुर्माना लग सकता है।
इनकम टैक्स विभाग आपके पास से बरामद हुए कैश पर 137% तक का जुर्माना वसूल सकता है!
जी हाँ, जितना कैश मिला, उससे भी 37% ज्यादा! सोचिए, अगर आपके पास 10 लाख रुपये का बिना हिसाब का कैश मिलता है, तो आपको करीब 13 लाख 70 हजार रुपये का जुर्माना देना पड़ सकता है। ये दिखाता है कि बेहिसाब कैश रखना कितना महंगा पड़ सकता है।
कैश लेन-देन (Transactions) के भी हैं नियम, इन्हें भी जानें:
भले ही घर पर कैश रखने की लिमिट न हो (अगर हिसाब है), लेकिन कुछ कैश लेन-देन के लिए नियम बनाए गए हैं ताकि काले धन पर लगाम लग सके:
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बैंक में कैश जमा या निकालना: अगर आप एक बार में ₹50,000 या उससे ज्यादा कैश बैंक में जमा या निकालते हैं, तो आपको अपना पैन कार्ड (PAN Card) दिखाना अनिवार्य है।
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सामान खरीदना या सर्विस लेना: आप किसी भी चीज़ (सामान या सर्विस) के लिए ₹2 लाख से ज्यादा का भुगतान कैश में नहीं कर सकते। अगर खरीद ₹2 लाख से ऊपर है, तो भुगतान ऑनलाइन, चेक, कार्ड या किसी अन्य डिजिटल तरीके से ही करना होगा।
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एक साल में बैंक में कुल कैश जमा: यदि आप एक वित्तीय वर्ष (Financial Year) में अपने बैंक अकाउंट में कुल मिलाकर ₹20 लाख या उससे अधिक नकद जमा करते हैं, तो बैंक आपसे पैन कार्ड और आधार कार्ड (Aadhaar Card) मांग सकता है और इसकी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को दे सकता है।
तो दोस्तों, साफ है कि घर पर कैश रखने की कोई फिक्स्ड लिमिट नहीं है। आप कितना भी कैश रख सकते हैं, बशर्ते आप उसका वैध सोर्स बता सकें और यह साबित कर सकें कि यह आपकी टैक्स भरी हुई आय का हिस्सा है। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते, तो पकड़े जाने पर 137% तक का भारी जुर्माना लग सकता है।
इसलिए, कैश रखें या न रखें, लेकिन हमेशा अपनी कमाई का हिसाब रखें, अपने दस्तावेज़ संभाल कर रखें और समय पर अपना इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करें। यही सबसे सुरक्षित तरीका है।