Income Tax Raid : 250 करोड़ से ज़्यादा कैश मिला, ट्रकों में ढोया, जानें भारत की सबसे बड़ी 5 रेड्स

Published On: June 2, 2025
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Income Tax Raid : 250 करोड़ से ज़्यादा कैश मिला, ट्रकों में ढोया, जानें भारत की सबसे बड़ी 5 रेड्स
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Income Tax Raid : आयकर विभाग (Income Tax Department) की छापेमारी (raids) या रेड (raid) की खबरें आप अक्सर सुनते रहते होंगे। कुछ रेड (raid) तो इतनी बड़ी होती हैं कि वे अपने आप में इतिहास (history) रच देती हैं और लोगों की जुबान पर चढ़ जाती हैं। हाल ही में आयकर विभाग (Income Tax Department) ने एक ऐसी ही बड़ी कार्रवाई (big action) की है जहाँ 250 करोड़ रुपये (250 crore rupees) से भी ज़्यादा की नकदी (more than 250 crore cash) बरामद हुई है। यह नकदी (cash) इतनी ज्यादा थी कि इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए ट्रकों का इस्तेमाल (use of trucks) करना पड़ा। यह बड़ी नकदी बरामदगी (large cash recovery) एक बार फिर कर चोरी (tax evasion) और अवैध संपत्ति (illegal wealth) के मुद्दे को सामने लेकर आई है। आयकर विभाग (Income Tax Department) देश के राजस्व (revenue) को बढ़ाने और काला धन (black money) बाहर निकालने के लिए लगातार छापेमारी (raids) की कार्रवाई (action) करता रहता है।

आयकर विभाग (Income Tax Department) की ओर से देश के राजस्व (country’s revenue) को सुरक्षित करने और अवैध लेन-देन (illegal transactions) पर लगाम कसने के लिए लगातार छापेमारी (raids) की कार्रवाई (action) की जाती रही है। इन दिनों फिर से आयकर विभाग (Income Tax Department) की एक रेड (raid) ने काफी सुर्खियां (headlines) बटोरी हैं। इस इनकम टैक्स रेड (Income Tax raid) में 250 करोड़ रुपये (250 crore rupees) से भी ज़्यादा की नकदी (more than 250 crore cash) बरामद हुई है, जिसकी मात्रा इतनी अधिक थी कि इसे ट्रकों (trucks) में भरकर बैंक (bank) या अन्य सुरक्षित स्थान तक लेकर जाया गया।

देश में समय-समय पर ऐसी बड़ी इनकम टैक्स रेड्स (big Income Tax raids) होती रही हैं, जिन्होंने अवैध धन (illegal money) के बड़े जखीरों (stashes) का खुलासा किया है। हाल ही में एक रेड (raid) तो ऐसी भी थी जिसमें आयकर विभाग (Income Tax Department) ने एक साथ 90 से अधिक ठिकानों (more than 90 locations) पर छापेमारी (raids) की थी। वहीं, जैसा कि हमने बताया, एक रेड (raid) में तो नकदी (cash) ही 250 करोड़ रुपये (250 crore rupees) से ज्यादा निकली, और इस नकदी (cash) को ले जाने के लिए विशेष रूप से ट्रक (truck) मंगवाने पड़े। ये बड़ी रेड्स (big raids) न केवल कर चोरी (tax evasion) के पैमाने को दिखाती हैं, बल्कि आयकर विभाग (Income Tax Department) की जांच क्षमता (investigation capability) को भी दर्शाती हैं। आइए जानते हैं आयकर विभाग (Income Tax Department) द्वारा की गई भारत की 5 सबसे बड़ी और यादगार रेड्स (5 biggest and memorable raids of India) के बारे में, जिन्होंने देश को हैरान (surprised) कर दिया था।

1981 की ऐतिहासिक रेड जिसने सिस्टम को हिला दिया था (Historic Raid of 1981 That Shook the System)

साल था 1981 (1981), और तारीख थी 16 जुलाई (July 16)। यह दिन भारतीय आयकर विभाग (Indian Income Tax Department) के इतिहास में एक ऐतिहासिक छाप (historic mark) छोड़ गया। जाने-माने बिजनेसमैन (Businessman) और पंजाब (Punjab) के पूर्व विधानसभा सदस्य (MLA) और राज्यसभा सांसद (Rajya Sabha MP) सरदार इंदर सिंह के कानपुर (Kanpur) स्थित विभिन्न ठिकानों (locations) पर एक साथ 90 से अधिक इनकम टैक्स अधिकारियों (more than 90 Income Tax officers) ने दबिश (raid) दी। इस विशाल छापेमारी (massive raid) की सुरक्षा (security) के लिए करीब 200 पुलिसकर्मी (200 policemen) भी अधिकारियों (officers) के साथ थे। यह छापा (raid) कोई छोटी-मोटी कार्रवाई (action) नहीं थी; यह पूरे तीन रात और दो दिन (three nights and two days) तक लगातार चला।

इस लंबी चली रेड (long-running raid) में भारी मात्रा में अवैध संपत्ति (heavy amount of illegal assets) का खुलासा (disclosure) हुआ। इसमें उस समय के हिसाब से काफी अधिक नकदी (quite a lot of cash) मिली, जो 92 लाख रुपये नकद (92 lakh rupees cash) थी। इसके अलावा, बड़ी मात्रा में सोने के गहने (large amount of gold jewelry) और फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposits) से जुड़े दस्तावेज (documents) भी बरामद किए गए। कुल मिलाकर, इस रेड (raid) में 1.3 करोड़ रुपये (1.3 crore rupees) से ज़्यादा की संपत्ति (more than 1.3 crore worth of assets) बरामद की गई। इस रेड (raid) की एक और चौंकाने वाली बात यह थी कि इसमें 30 लाख रुपये कीमत की सोने की छड़ें (gold bars worth 30 lakh rupees) भी मिलीं। केवल नकदी (cash) गिनने के लिए ही उस समय रिजर्व बैंक (Reserve Bank) की स्थानीय शाखा से मदद लेनी पड़ी थी, और नोटों (notes) को गिनने में अकेले 18 घंटे (18 hours) का समय लगा था। यह रेड (raid) उस दौर की सबसे बड़ी आयकर रेड्स (biggest Income Tax raids) में से एक थी और इसने कर चोरी (tax evasion) के खिलाफ सरकार की प्रतिबद्धता (government’s commitment) को दिखाया था।

अब तक की सबसे ज्यादा नकदी वाली रेड: धीरज साहू मामला (Raid with the Most Cash Till Date: Dheeraj Sahu Case)

आयकर विभाग (Income Tax Department) द्वारा नकदी बरामदगी (cash recovery) के मामले में सबसे बड़ी रेड (biggest raid) साल 2023 (2023) में हुई। यह छापा (raid) झारखंड (Jharkhand) से जुड़े एक व्यक्ति, धीरज साहू, और उनके विभिन्न ठिकानों (locations) पर मारा गया, जिनमें झारखंड (Jharkhand) और ओडिशा (Odisha) के ठिकाने शामिल थे। 6 दिसंबर 2023 (December 6, 2023) को शुरू हुई इस विशाल छापेमारी (massive raid) ने पूरे देश को हैरान (surprised) कर दिया। इस रेड (raid) के दौरान 351 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी (more than 351 crore rupees in cash) और लगभग तीन किलो सोने के गहने (about three kilograms of gold jewelry) मिले।

बरामद नकदी (recovered cash) की मात्रा इतनी ज्यादा थी कि इसे किसी भी केंद्रीय जांच एजेंसी (any central investigation agency) द्वारा अब तक की गई सबसे बड़ी रिकवरी (biggest recovery) बताया गया। नोटों (notes) के पहाड़ को गिनने के लिए बैंकों (banks) से कर्मचारी (employees) और तेज रफ्तार गिनने वाली मशीनें (high-speed counting machines) मंगानी पड़ी थीं। इस रेड (raid) ने एक बार फिर अवैध धन (illegal money) और कर चोरी (tax evasion) के बड़े नेटवर्क का खुलासा (disclosure) किया और आयकर विभाग (Income Tax Department) की सक्रियता (proactiveness) को दर्शाया।

स्कूटर चलाने वाले कारोबारी के घर 250 करोड़ कैश! पीयूष जैन मामला (250 Crore Cash at the House of a Businessman Who Rode a Scooter! Piyush Jain Case)

साल 2021 (2021) के दिसंबर महीने में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) के एक इत्र कारोबारी (perfume businessman) पीयूष जैन के आवास पर पड़ी आयकर रेड (Income Tax raid) ने भी देश (India) को स्तब्ध (stunned) कर दिया था। पीयूष जैन, जो बहुत ही सामान्य (ordinary) और लो प्रोफाइल (low profile) जीवन जीते थे और कथित तौर पर स्कूटर (scooter) पर चलते थे, उनके घर और अन्य ठिकानों (locations) पर जब छापा (raid) मारा गया, तो आयकर अधिकारियों (Income Tax officers) को भी अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हुआ। उनके घर से 250 करोड़ रुपये से अधिक की भारी नकदी (heavy cash exceeding 250 crore rupees) का विशाल जखीरा (huge stash) बरामद हुआ।

इस चौंकाने वाली छापेमारी (shocking raid) में नकदी (cash) के अलावा, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज (many important documents) भी मिले, जिनसे वित्तीय अनियमितताओं (financial irregularities) और कर चोरी (tax evasion) के मामलों (cases) का पता चला। नकदी (cash) की गिनती अपने आप में एक बड़ा काम (big task) था, जिसके लिए बड़ी संख्या में नोट गिनने वाली मशीनें (large number of note counting machines) मंगानी पड़ीं। बरामद रुपये (rupees) को बड़े-बड़े बक्सों (large boxes) में भरकर ट्रकों (trucks) के माध्यम से बैंक (bank) तक ले जाया गया। यह रेड (raid) 120 घंटे (120 hours) से भी अधिक समय तक लगातार चली और इसके परिणामस्वरूप पीयूष जैन को गिरफ्तार (arrested) किया गया। इस छापेमारी (raid) से उनकी देश (India) और विदेश (foreign countries) में मौजूद अवैध संपत्ति (illegal wealth) का भी ब्योरा (details) सामने आया।

सहारा समूह पर रेड से मिले थे 135 करोड़ (135 Crore Recovered from Raid on Sahara Group)

भारत (India) की बड़ी आयकर रेड्स (big Income Tax raids) की लिस्ट में सहारा समूह (Sahara Group) पर हुई छापेमारी (raid) का भी नाम आता है। आयकर विभाग (Income Tax Department) द्वारा दिल्ली (Delhi) और नोएडा (Noida) स्थित सहारा समूह (Sahara Group) के दफ्तरों (offices) पर की गई इस कार्रवाई (action) के दौरान 135 करोड़ रुपये की भारी नकदी (heavy cash of 135 crore rupees) बरामद हुई थी। इसके साथ ही, एक करोड़ रुपये कीमत के गहने (jewelry worth one crore rupees) भी जब्त किए गए थे।

यह रेड (raid) सिर्फ नकदी (cash) की बरामदगी तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसने सहारा समूह (Sahara Group) के लिए लंबी कानूनी लड़ाई (legal battle) का रास्ता खोल दिया था, जिसने आखिरकार सहारा समूह (Sahara Group) के मुखिया सुब्रत रॉय की गिरफ्तारी (arrest) तक का नेतृत्व किया। यह रेड (raid) इस बात का उदाहरण (example) है कि कैसे आयकर विभाग (Income Tax Department) बड़े कॉर्पोरेट समूहों (corporate groups) और उनके वित्तीय लेन-देन (financial transactions) पर भी कड़ी नज़र (watch) रखता है।

नए और पुराने नोटों का जखीरा: बेंगलुरु रेड 2016 (Stash of New and Old Notes: Bengaluru Raid 2016)

साल 2016 (2016) में, जब देश (India) में नोटबंदी (Demonetization) लागू हुई थी और पुराने नोटों (old notes) को बदलने का काम चल रहा था, तब आयकर विभाग (Income Tax Department) ने बेंगलुरु (Bengaluru) में एक महत्वपूर्ण रेड (important raid) की थी। यह छापेमारी (raid) दो इंजीनियरों (engineers) और दो ठेकेदारों (contractors) के विभिन्न ठिकानों (locations) पर की गई थी। इस रेड (raid) की एक खास बात यह थी कि इसमें नए और पुराने दोनों तरह के नोट (both new and old type notes) भारी मात्रा (large quantity) में बरामद हुए।

कुल मिलाकर इस रेड (raid) में 5.7 करोड़ रुपये (5.7 crore rupees) की नकदी (cash) मिली, जिसमें से 4.8 करोड़ रुपये (4.8 crore rupees) तो नए नोटों (new notes) के रूप में थे और 90 लाख रुपये (90 lakh rupees) बंद हो चुके पुराने नोटों (old demonetized notes) के रूप में थे। यह दिखाता है कि कैसे अवैध धन (illegal money) को सिस्टम (system) में खपाने की कोशिशें चल रही थीं। नकदी (cash) के अलावा, इस रेड (raid) में सात किलो सोना (seven kilograms of gold) और नौ किलो सोने के गहने (nine kilograms of gold jewelry) भी बरामद हुए, जिनकी अनुमानित कीमत (value) लगभग पांच करोड़ रुपये (five crore rupees) थी। इसके साथ ही, महंगी कारें (expensive cars) और अन्य संपत्ति (assets) भी जब्त (seized) की गईं। यह रेड (raid) दर्शाती है कि आयकर विभाग (Income Tax Department) वित्तीय अनियमितताओं (financial irregularities) और कर चोरी (tax evasion) को पकड़ने के लिए विभिन्न तरीकों (various methods) से काम करता है, खासकर जब अर्थव्यवस्था (economy) में बड़े बदलाव (big changes) हो रहे हों।

ये सभी बड़ी आयकर रेड्स (big Income Tax raids) यह संदेश (message) देती हैं कि आयकर विभाग (Income Tax Department) कर चोरी (tax evasion) और अवैध धन (illegal money) के खिलाफ लगातार सक्रिय (active) है। ऐसी कार्रवाइयां (actions) न केवल राजस्व (revenue) बढ़ाती हैं, बल्कि ईमानदार टैक्सपेयर्स (honest taxpayers) का भरोसा भी बढ़ाती हैं और दूसरों को कानून (law) का पालन करने के लिए प्रेरित करती हैं।


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