Home Loan : होम लोन ले रहे हैं? सावधान घर खरीदते समय ये 5 गलतियां भूलकर भी न करें, वरना पड़ेगा पछताना

Published On: May 16, 2025
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Home Loan : होम लोन ले रहे हैं? सावधान घर खरीदते समय ये 5 गलतियां भूलकर भी न करें, वरना पड़ेगा पछताना

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Home Loan : अपना घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। इस सपने को पूरा करने के लिए हम सालों तक बचत करते हैं और अक्सर होम लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में या थोड़ी सी लापरवाही से लोग होम लोन लेते समय कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनका खामियाजा उन्हें बाद में उठाना पड़ता है। गलत फैसला न केवल आपके लोन की रकम को कम कर सकता है, बल्कि आपकी जेब पर भी भारी पड़ सकता है।

अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं या उसकी प्रक्रिया में हैं, तो इन 5 गलतियों से बचना बेहद ज़रूरी है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ये ऐसी सामान्य गलतियां हैं जो अक्सर लोग करते हैं:

1. डाउनपेमेंट की रकम कम रखने की गलती

आमतौर पर लोग सोचते हैं कि कम डाउनपेमेंट करके ज़्यादा पैसे बचा लिए जाएं, लेकिन यह एक बड़ी भूल हो सकती है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के नियमों के अनुसार, बैंक प्रॉपर्टी की कुल कीमत का 75% से 90% तक लोन दे सकते हैं, बाकी 10% से 25% आपको अपनी जेब से डाउनपेमेंट (Down Payment) के रूप में देना होता है।

जितना ज़्यादा आप डाउनपेमेंट करते हैं (कोशिश करें कम से कम 20-25% तक करें), उतना ही बैंक के लिए आपका क्रेडिट जोखिम कम हो जाता है। इससे न केवल आपका लोन आसानी से मंजूर होने की संभावना बढ़ जाती है, बल्कि बैंक आपको बेहतर ब्याज दर (Interest Rate) भी ऑफर कर सकते हैं। ज़्यादा डाउनपेमेंट करने का सीधा फायदा यह है कि आपकी लोन राशि कम हो जाती है, जिससे आपको कुल ब्याज भी कम चुकाना पड़ता है और ईएमआई (EMI) का बोझ भी हल्का होता है। यह लंबी अवधि में आपकी लाखों की बचत करा सकता है।

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2. क्रेडिट स्कोर को नज़रअंदाज़ करना

होम लोन एप्लीकेशन को मंजूरी देने से पहले बैंक सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) चेक करते हैं। यह एक तरह से आपकी वित्तीय सेहत का पैमाना होता है। जिन लोगों का क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ज़्यादा होता है, उन्हें बैंक ज़्यादा विश्वसनीय मानते हैं।

अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपके होम लोन आवेदन के मंजूर होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, बैंक आपको कम ब्याज दरों पर होम लोन ऑफर कर सकते हैं, जिससे आपकी ईएमआई कम हो जाती है। इसलिए, होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर ज़रूर चेक करें और अगर ज़रूरी हो तो उसे बेहतर बनाने पर काम करें।

3. अलग-अलग बैंकों के ऑफर्स की तुलना न करना

लोग जल्दबाजी में अक्सर पहले या दूसरे बैंक से मिलने वाले होम लोन ऑफर को ही फाइनल कर लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। हर बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (HFC) के होम लोन की ब्याज दरें (Home Loan Interest Rates), प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees), लोन चुकाने की अवधि (Tenure) और लोन-टू-वैल्यू रेशियो (LTV Ratio) अलग-अलग हो सकते हैं।

होम लोन एक लंबी अवधि का वित्तीय बंधन होता है। इसलिए, लोन लेने से पहले कम से कम 3-4 बैंकों या फाइनेंस कंपनियों से संपर्क करें, उनके लेटेस्ट ऑफर्स, ब्याज दरें, हिडन चार्जेज आदि की तुलना करें। थोड़ी रिसर्च करके आप सबसे सस्ता और अपने लिए सबसे फायदेमंद लोन चुन सकते हैं, जिससे आपकी कुल ब्याज लागत काफी कम हो जाएगी।

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4. अपनी EMI चुकाने की क्षमता का सही आकलन न करना

बैंक या वित्तीय संस्थान आपकी होम लोन एप्लीकेशन (Home Loan Application) स्वीकार करने से पहले यह ज़रूर देखते हैं कि आपकी मासिक आय (Monthly Income) के हिसाब से आप कितनी ईएमआई आसानी से चुका सकते हैं। आमतौर पर, बैंक यह मानते हैं कि आपकी कुल मासिक आय का 50% से 60% तक ईएमआई के रूप में देना सुरक्षित है।

अगर आपकी प्रस्तावित ईएमआई आपकी मासिक आय के 60% से ज़्यादा हो रही है, तो बैंक आपकी एप्लीकेशन शायद मंज़ूर न करें या कम लोन राशि दें। इसलिए, होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले खुद ही ऑनलाइन ईएमआई कैलकुलेटर (EMI Calculator) का उपयोग करके देखें कि आपकी आय के हिसाब से कितनी ईएमआई आपके लिए आरामदायक होगी। अपनी क्षमता से ज़्यादा का लोन लेने से बचें।

5. इमरजेंसी फंड न बनाना

होम लोन की ईएमआई एक फिक्स खर्च है जो आपको हर महीने चुकाना होता है। लेकिन ज़िंदगी अनिश्चित है। नौकरी छूटने, गंभीर बीमारी या किसी अन्य आपात स्थिति में आपकी नियमित आय रुक सकती है। ऐसे में, अगर आपके पास पैसे न हों, तो आप ईएमआई कैसे चुकाएंगे?

ईएमआई का भुगतान न करने पर बैंक भारी जुर्माना लगा सकते हैं, आपका क्रेडिट स्कोर बुरी तरह खराब हो सकता है, और सबसे बुरा, बैंक आपकी प्रॉपर्टी भी ज़ब्त कर सकते हैं। इस मुश्किल घड़ी से बचने के लिए, समझदारी इसी में है कि आप कम से कम 6 महीने की ईएमआई के बराबर की रकम एक इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) के तौर पर बचाकर रखें। यह फंड आपको मुश्किल समय में सहारा देगा और आप बिना किसी रुकावट के ईएमआई चुका पाएंगे। इन बातों का ध्यान रखकर आप होम लोन लेते समय होने वाली आम गलतियों से बच सकते हैं और अपने घर खरीदने के सपने को बिना किसी वित्तीय परेशानी के पूरा कर सकते हैं।

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