DA Hike

DA Hike : सरकारी कर्मचारियों के लिए DA पर बड़ी खबर: 3-4% की छोड़िए, इस बार इतनी कम या ‘शून्य’ बढ़ोतरी के आसार क्यों? जानें पूरी वजह

DA Hike : केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ते (Dearness Allowance – DA) से जुड़ी एक अहम खबर सामने आ रही है। अगर आप भी आने वाले समय में DA में अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद लगाए बैठे हैं, तो ये जानना ज़रूरी है कि इस बार तस्वीर थोड़ी अलग हो सकती है। हालिया आंकड़ों और आर्थिक रुझानों को देखते हुए, ऐसी संभावना बन रही है कि भविष्य में DA बढ़ोतरी 3% या 4% की बजाय काफी कम, यहाँ तक कि शून्य प्रतिशत भी रह सकती है! आइए समझते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी।

पिछली बढ़ोतरी और भविष्य के संकेत

आपको याद होगा, सरकार ने हाल ही में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) में 4% की बढ़ोतरी की थी, जिससे कुल DA 50% पर पहुंच गया था। (ध्यान दें: मूल लेख में 2% वृद्धि से 55% होने का उल्लेख था, जो हालिया आधिकारिक घोषणाओं से मेल नहीं खाता। हमने नवीनतम ज्ञात 4% वृद्धि का उल्लेख किया है)

लेकिन अब, आर्थिक संकेत कुछ और इशारा कर रहे हैं। जानकारों का मानना है कि जुलाई 2025 से लागू होने वाली DA/DR की बढ़ोतरी (जो जनवरी-जून 2025 के आंकड़ों पर आधारित होगी) में काफी कमी देखने को मिल सकती है। अनुमान है कि यह वृद्धि 2% से भी कम या शायद शून्य भी हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो यह लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक झटका होगा जो एक अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे थे।

तकनीकी रूप से, यह सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के तहत होने वाली अंतिम DA संशोधनों में से एक हो सकता है, क्योंकि यह आयोग 31 दिसंबर 2025 को अपना 10 साल का कार्यकाल पूरा कर रहा है।

क्या होता है महंगाई भत्ता (DA)?

महंगाई भत्ता (DA) सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनरों को देती है ताकि बढ़ती महंगाई का असर उनकी जेब पर कम हो सके। यह उनकी सैलरी या पेंशन का हिस्सा होता है और इसे साल में दो बार (जनवरी और जुलाई से प्रभावी) बदला जाता है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कर्मचारियों की खरीदने की क्षमता महंगाई की वजह से कम न हो।

क्यों कम हो सकती है DA बढ़ोतरी? AICPI-IW के आंकड़े क्या कहते हैं?

DA कितना बढ़ेगा, यह अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (औद्योगिक श्रमिक) – AICPI-IW के आंकड़ों पर निर्भर करता है। यही सूचकांक महंगाई के स्तर को दर्शाता है।

  • गिरावट का रुझान: 2025 के शुरुआती महीनों (जनवरी-फरवरी) में AICPI-IW सूचकांक में गिरावट देखी गई है।

  • कम महंगाई दर: फरवरी 2025 में साल-दर-साल महंगाई दर घटकर सिर्फ 2.59% रह गई, जबकि पिछले साल इसी महीने (फरवरी 2024) में यह 4.90% थी।

  • खुदरा महंगाई भी कम: मार्च 2025 में खुदरा महंगाई (CPI) भी घटकर 3.34% पर आ गई, जो पिछले पांच सालों में सबसे कम है।

सीधा मतलब: अगर आने वाले महीनों में भी महंगाई सूचकांक में यह गिरावट जारी रहती है या इसमें खास बढ़ोतरी नहीं होती है, तो इसका सीधा असर जुलाई 2025 से लागू होने वाली DA की गणना पर पड़ेगा और बढ़ोतरी बहुत कम या शून्य हो सकती है।

कैसे होती है DA की गणना?

सातवें वेतन आयोग के तहत DA की गणना के लिए एक तय फॉर्मूला इस्तेमाल होता है, जो AICPI-IW के पिछले 12 महीनों के औसत पर आधारित होता है। (आधार वर्ष 2016=100)

फॉर्मूला: DA % = [({पिछले 12 महीनों का AICPI-IW का औसत} – Base Index) / Base Index] * 100 (सरलीकृत रूप, सटीक फॉर्मूला थोड़ा जटिल है)

चिंता का विषय?

निश्चित रूप से, अगर भविष्य में DA वृद्धि उम्मीद से बहुत कम रहती है, तो यह कर्मचारियों के वेतन और खासकर पेंशनभोगियों की मासिक आय पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा, क्योंकि DA उनकी पेंशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह स्थिति पूरी तरह से आने वाले महीनों के महंगाई के आंकड़ों पर निर्भर करेगी।