Credit Score : लोन लेना हो या नया क्रेडिट कार्ड, अच्छा सिबिल स्कोर आपकी फाइनेंशियल चाबी है। कम स्कोर से परेशान हैं? चिंता मत कीजिये! कुछ आसान और स्मार्ट तरीकों से आप भी अपना क्रेडिट स्कोर 800 के पार पहुंचा सकते हैं। जानिए कैसे।
क्या आप जानते हैं कि लोन या क्रेडिट कार्ड अप्रूव होने में आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) कितना बड़ा रोल निभाता है? कई बार हमारी छोटी-छोटी गलतियां या चूक इस स्कोर को नीचे ले आती हैं। लेकिन अच्छी खबर ये है कि इसे सुधारना और 800 के जादुई आंकड़े को पार करना मुश्किल नहीं है!
अगर आपका क्रेडिट स्कोर 800 से ज़्यादा है, तो आप बैंकों और फाइनेंशियल संस्थानों की नज़र में एक ‘एक्स्ट्रा-ऑर्डिनरी’ और भरोसेमंद ग्राहक बन जाते हैं। इसका सीधा फायदा आपको मिलता है:
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सस्ते लोन: कम ब्याज दरों पर आसानी से लोन मिल जाता है।
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प्रीमियम ऑफर्स: बेहतरीन क्रेडिट कार्ड ऑफर्स आपके लिए उपलब्ध होते हैं।
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आसान शर्तें: लोन अप्रूवल और बाकी प्रक्रिया में आसानी होती है।
तो चलिए, जानते हैं वो स्मार्ट तरीके (Credit Score Tips) जो आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारकर 800+ तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं:
1. EMI और बिल पेमेंट: कभी न करें देरी!
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यह सबसे बुनियादी और सबसे ज़रूरी नियम है। अपने क्रेडिट कार्ड बिल (Credit Card Bill), लोन की EMI, या किसी भी तरह के उधार का पेमेंट हमेशा समय पर करें।
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एक भी पेमेंट मिस होने या देर होने से आपके क्रेडिट स्कोर पर सीधा नकारात्मक असर (Effect on credit score) पड़ता है।
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स्मार्ट टिप: भूलने की आदत है? अपने बैंक अकाउंट में ऑटोमेटिक पेमेंट सेटअप (Automatic payment setup) कर दें। इससे ड्यू डेट पर पैसा अपने आप कट जाएगा और आप कभी चूकेंगे नहीं।
2. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल: 30% लिमिट है बेस्ट!
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अगर आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) इस्तेमाल करते हैं, तो कोशिश करें कि आप अपनी कुल क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) का सिर्फ 30% या उससे कम ही खर्च करें।
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उदाहरण: अगर आपके कार्ड की लिमिट ₹1 लाख है, तो महीने में ₹30,000 से ज़्यादा खर्च करने से बचें।
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क्यों? कम क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो दिखाता है कि आप क्रेडिट पर बहुत ज़्यादा निर्भर नहीं हैं और अपने खर्चों को अच्छे से मैनेज करते हैं।
3. पुरानी दोस्ती निभाएं: क्रेडिट हिस्ट्री लंबी रखें!
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अपने पुराने क्रेडिट कार्ड या लोन अकाउंट्स को (जिन्हें आप चुका चुके हैं) बंद न करें, खासकर अगर उनका पेमेंट रिकॉर्ड अच्छा रहा है।
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जितनी लंबी और अच्छी आपकी क्रेडिट हिस्ट्री होगी, उतना ही मज़बूत आपका क्रेडिट स्कोर (High Credit Score) बनेगा। यह आपकी विश्वसनीयता दिखाता है।
4. लोन का सही मिश्रण: सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड में बैलेंस!
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अपने क्रेडिट पोर्टफोलियो में सिक्योर्ड लोन (जैसे होम लोन, कार लोन) और अनसिक्योर्ड लोन (जैसे पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड) का एक अच्छा संतुलन (Credit Balance) बनाए रखें।
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फायदा: इससे बैंकों और लेंडर्स को यह भरोसा होता है कि आप अलग-अलग तरह के क्रेडिट को जिम्मेदारी से संभाल सकते हैं।
5. बार-बार लोन अप्लाई? ना जी ना! हार्ड इंक्वायरी से बचें!
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जब भी आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो संस्थान आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है, जिसे ‘हार्ड इंक्वायरी’ (Hard Inquiry) कहते हैं।
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कम समय में बहुत सारी हार्ड इंक्वायरी आपके क्रेडिट स्कोर के लिए रेड फ्लैग हैं और इसे नीचे गिरा सकती हैं। इसलिए, ज़रूरत पड़ने पर ही और सोच-समझकर अप्लाई करें।
6. अपनी रिपोर्ट पर रखें नज़र: गलतियां तुरंत सुधारें!
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साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट (Credit Report) ज़रूर चेक करें।
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देखें कि उसमें कोई गलती तो नहीं है, जैसे कोई ऐसा लोन जो आपने लिया ही नहीं या कोई गलत पेमेंट एंट्री।
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तुरंत एक्शन लें: अगर कोई गलती दिखती है, तो तुरंत क्रेडिट ब्यूरो (जैसे CIBIL) से संपर्क करके उसे ठीक करवाएं। इससे आपका स्कोर बेवजह खराब होने से बचेगा।
7. बनें ऑथराइज्ड यूजर: दूसरों की अच्छी हिस्ट्री का उठाएं फायदा!
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अगर आपके परिवार में किसी सदस्य (जैसे माता-पिता या जीवनसाथी) का क्रेडिट स्कोर बहुत अच्छा है और उनकी क्रेडिट हिस्ट्री लंबी और पॉजिटिव (Positive Credit History) है, तो आप उनके क्रेडिट कार्ड पर ऑथराइज्ड यूजर (Authorized User) बनने का अनुरोध कर सकते हैं।
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फायदा: उनकी अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री का सकारात्मक असर आपके क्रेडिट प्रोफाइल पर भी पड़ सकता है।
इन स्मार्ट तरीकों को अपनाकर आप न सिर्फ अपना सिबिल स्कोर सुधार सकते हैं, बल्कि उसे 800 के पार ले जाकर कई फाइनेंशियल फायदे भी उठा सकते हैं!