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Join NowCoforge: के नतीजे घोषित, मुनाफा 21% बढ़ा, फिर भी शेयर 5% क्रैश, जानें क्यों निराश हुए निवेशक?:भारतीय आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी कोफोर्ज लिमिटेड (Coforge Ltd.) के शेयरों में आज के शुरुआती कारोबार में भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला। कंपनी द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी करने के ठीक बाद, शेयर 5% तक की बड़ी गिरावट के साथ खुला, जिससे निवेशकों में बेचैनी का माहौल बन गया।
सुबह के कारोबार में, कोफोर्ज का शेयर कल के बंद भाव की तुलना में 5% से अधिक की गिरावट के साथ ₹1,756 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पिछले 12 महीनों में इस आईटी स्टॉक ने अपने निवेशकों को लगभग 40% का शानदार रिटर्न दिया है, लेकिन आज की गिरावट ने अल्पकालिक सेंटीमेंट को कमजोर कर दिया है।
शेयर बाजार की यह तीखी प्रतिक्रिया कोफोर्ज के जून तिमाही के नतीजों के बाद आई है। इन नतीजों में कंपनी का मुनाफा तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 21% बढ़कर ₹317 करोड़ हो गया, लेकिन यह बाजार विश्लेषकों के ₹335 करोड़ के अनुमान को छूने में थोड़ा सा चूक गया। यही “उम्मीद से कम प्रदर्शन” निवेशकों की निराशा का मुख्य कारण बना।
Coforge Q1 FY26 नतीजों की मुख्य बातें (Consolidated, QoQ):
- राजस्व (Revenue): 8.2% बढ़कर ₹3,689 करोड़ रहा, जबकि अनुमान ₹3,723 करोड़ का था। (पिछली तिमाही में ₹3,410 करोड़)
- एबिट (EBIT): 4% बढ़कर ₹418 करोड़ रहा, जो ₹503 करोड़ के अनुमान से काफी कम है। (पिछली तिमाही में ₹402 करोड़)
- मार्जिन (Margin): 11.3% पर आ गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 11.8% था। विश्लेषकों ने 13.5% के मार्जिन का अनुमान लगाया था, यहाँ कंपनी को बड़ी निराशा हाथ लगी।
- शुद्ध लाभ (Net Profit): 22% बढ़कर ₹317 करोड़ रहा, लेकिन ₹335 करोड़ के अनुमान से कम रहा। (पिछली तिमाही में ₹261 करोड़)
मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) ने नतीजों पर क्या कहा?
कोफोर्ज के जून तिमाही के नतीजों के बाद, वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने काउंटर पर अपनी ‘ओवरवेट’ (Overweight) की रेटिंग तो बरकरार रखी है, लेकिन उसकी टिप्पणी चिंता बढ़ाने वाली है। ब्रोकरेज ने स्टॉक के लिए अपना टारगेट प्राइस ₹1,880 पर अपरिवर्तित रखा है।
मॉर्गन स्टैनली ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि हालांकि राजस्व वृद्धि काफी हद तक उम्मीदों के अनुरूप थी, लेकिन एबिट (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) और मार्जिन दोनों ही अनुमान से काफी कम रहे, जो कंपनी की लाभप्रदता पर दबाव का संकेत है।
ब्रोकरेज ने एक और महत्वपूर्ण बिंदु पर प्रकाश डाला कि कंपनी की एक्जीक्यूटेबल ऑर्डर बुक तिमाही-दर-तिमाही आधार पर केवल
55 मिलियन की वृद्धि की उम्मीद थी। ऑर्डर बुक में धीमी वृद्धि भविष्य के राजस्व को लेकर चिंता पैदा करती है।
मैनेजमेंट का क्या है कहना?
नतीजों के बाद मीडिया से बातचीत में, कोफोर्ज प्रबंधन ने बैंकिंग सेगमेंट में वृद्धि को लेकर अपना विश्वास बनाए रखा है। कोफोर्ज के प्रबंध निदेशक, सुधीर सिंह ने कहा, “बैंकिंग में विकास को लेकर हमारा विश्वास ऊंचा बना हुआ है, जो सरलता के सिद्धांतों पर लगातार बढ़ रहा है।” मैनेजमेंट का यह बयान निवेशकों को आश्वस्त करने की एक कोशिश है कि प्रमुख वर्टिकल्स में कंपनी का प्रदर्शन मजबूत बना रहेगा।
बाजार अब यह देख रहा है कि क्या कोफोirge आने वाली तिमाहियों में अपने मार्जिन और ऑर्डर बुक में सुधार कर पाता है या नहीं। फिलहाल, विश्लेषकों के अनुमानों से चूकने के कारण स्टॉक पर दबाव बना हुआ है।