उत्तरप्रदेश– उत्तरप्रदेश जहां की सरकार आय दिन यह दावा करती रहती है कि प्रदेश से अब अपराध खत्म हो गया है। सभी के साथ न्याय हो रहा है। अब न्याय के लिए किसी को इधर उधर भटकना नही पड़ता है। लेकिन सत्य तो शायद दावों से बिल्कुल भिन्न है। क्योंकि उन्नाव के मौरावां क्षेत्र में 12 साल की मासूम जो 8 माह का गर्भ लेकर इंसाफ की मांग कर रही है।
12 साल की मासूम की शक्ल देखकर रूह कांप जाए। उसके चेहरे से लेकर शरीर पर काफी सूजन है। वह मां के साथ अपने लिए इंसाफ मांग रही है। बाल संरक्षण समिति के अधिकारियों के सम्मुख 12 साल की मासूम बिलख उठी उसकी व्यथा सुनकर अधिकारी हैरत में पड़ गए।
12 साल की मासूम कहती है यह मेरी खेलने की उम्र है मैं अभी बच्ची ही तो हूँ और इस उम्र में मैं 8 माह का शिशु पाल रही हूं। इसमे मेरी क्या गलती है यही की मैं एक लड़की हूँ। जिन्होंने मेरा बचपन खराब कर दिया। जिन्होंने मुझे इस दर्द में झोंक दिया। पुलिस उनको साझा देने की जगह उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है। क्या यही न्याय है
बच्ची की मां ने बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष प्रीति सिंह ने बताया जब भी वह बच्ची को अस्पताल ले गई। डॉक्टर ने यह मामला पुलिस का बताते हुए न्यायालय का आदेश लाने को कहा। बच्ची न तो तो अब तक कोई टीका लगा है और न ही उसकी जांच हुई है। बच्ची की हालत बिगड़ती जा रही है लेकिन न्याय नहीं मिल रहा है। माँ की बात सुनकर अध्यक्ष ने तुरंत पुलिस को बच्ची का परीक्षण कराने का आदेश जारी किया है।
जाने क्या है मामला-
24 मार्च 2022 का है। शाम का समय था बच्ची अपने पड़ोस की दुकान पर चीनी खरीदने गई थी। तभी 3 लोग पीछे से आये उन्होंने बच्ची के मुह पर गमछा डाल दिया और उसे उठाकर कब्रिस्तान ले गए। क़ब्रिस्तान में मासूम बच्ची के साथ उन लोगो ने सामुहिक दुष्कर्म किया।
पुलिस ने मुख्य आरोपित को अभयदान देकर अन्य आरोपित अरुण, सतीश और उसके एक निर्दोष रिश्तेदार पर मुकदमा कर जेल भेज दिया। बच्ची की मां ने बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष प्रीति सिंह को बताया की पुलिस ने पांच माह तक उनसे बिटिया के गर्भवती होने की बात नही बताई और जब उन्हें इस विषय मे पता चला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।