देश– देश मानो अपराधों का गढ़ बनता जा रहा है। अभी हाल ही में दिल्ली में एक 17 वार्षिक युवती के ऊपर कुछ लोगों ने तेजाब फेंक दिया। लेकिन यह मामला पहला नहीं है। भारत मे महिलाओं के साथ अपराध का आंकड़ा आय दिन बढ़ता जा रहा है।
यदि हम बीते पांच साल में एसिड अटैक के आंकड़े को समझे तो देश मे करीब 200 मामले एसिड अटैक के सामने आ चुके हैं। वहीं NCRB के पिछले 6 सालों का रिकॉर्ड बताता है कि देश मे पहले की तुलना में एसिड अटैक की घटनाओं में कमी आई है। लेकिन महिलाओं पर एसिड अटैक की घटनाएं अभी बन्द नहीं हुई हैं।
हम साल 2021 की बात करें तो इस साल एसिड अटैक के करीब 176 मामले सामने आए। इसमे से 20 फीसदी मामलों में आरोपी दोषी साबित हुए हैं। वहीं 53 फीसदी लोगों पर दोष साबित नहीं हुआ जिस कारण उन्हें बरी कर दिया गया।
वही अगर हम पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां सबसे अधिक एसिड अटैक के मामले सामने आए। इसके बाद यूपी दूसरे नम्बर पर व महाराष्ट्र तीसरे नम्बर पर रहा। रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि लगभग 60 फीसदी एसिड अटैक के मामले ऐसे होते हैं। जिनकी तहरीर ही नहीं दर्ज करवाई जाती है।