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Join NowIAF: रक्षा सूत्रों (Defence Sources) से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय वायु सेना (Indian Air Force – IAF) का एक जैगुआर लड़ाकू विमान (Jaguar fighter jet) आज, बुधवार (संभवतः 9 जुलाई, 2025), को राजस्थान के चूरू जिले (Churu District) में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा जिले के रतनगढ़ (Ratangarh) कस्बे में हुआ, जिसके बाद पुलिस टीमों को स्थिति का जायजा लेने और खोज एवं बचाव अभियान (Search and Rescue Operations) चलाने के लिए तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया। समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) की रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना स्थल के पास से ‘इंसानी अंग’ (Human Remains) मिले हैं, जो किसी भी हताहत (Casualties) की आशंका की ओर इशारा कर रहा है। हालांकि, भारतीय वायु सेना (IAF) की ओर से हताहतों की संख्या की कोई आधिकारिक पुष्टि (Official Confirmation) अभी नहीं हुई है।
इसी साल दूसरा जैगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त: IAF के लिए बढ़ी चिंता
यह घटना इस साल किसी जैगुआर विमान से जुड़ा दूसरा बड़ा हादसा है, जिसने भारतीय वायु सेना की परिचालन (Operational) सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे पहले अप्रैल महीने में, गुजरात के जामनगर एयर फ़ोर्स स्टेशन (Jamnagar Air Force Station) के पास एक नियमित प्रशिक्षण मिशन (Routine Training Mission) के दौरान एक IAF जैगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वह विमान जामनगर शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर, सुवर्दा गाँव (Suvarda Village) के पास एक खुले खेत में गिरा था। उस समय, अधिकारियों ने बताया था कि दो पायलटों में से एक सुरक्षित रूप से बाहर निकलने में कामयाब रहा था, जबकि दूसरे पायलट का शव स्थानीय ग्रामीणों को मिला था। दो ऐसी घातक घटनाओं का होना वायु सेना के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी, पायलटों की तलाश जारी
घटना के तुरंत बाद, स्थानीय पुलिस और दमकल कर्मियों (Fire Brigade Teams) के साथ-साथ वडोदरा जिला प्रशासन के सदस्य भी मौके पर पहुंचे और तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही विमान ने रतनगढ़ शहर के पास उड़ान भरी, कुछ ही देर में जमीन पर गिर गया। चश्मदीदों ने एक ज़ोरदार धमाका सुना और फिर धुएं का गुबार देखा। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, पायलटों की स्थिति को लेकर अभी कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन मानव अवशेषों की मौजूदगी इस घटना की गंभीरता को बयां करती है। पुलिस ने फिलहाल आसपास के इलाके को घेर दिया है ताकि कोई और हताहत न हो और बचाव कार्य को निर्बाध रूप से जारी रखा जा सके। मलबे को इकट्ठा करने और पायलटों के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए गहन जांच की जा रही है। भारत की रक्षा ख़बरें अक्सर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया (USA, UK) में भी सुर्खी बनती हैं, और यह दुर्घटना भी उसी क्रम का हिस्सा है।
IAF के आधिकारिक बयान का इंतज़ार
भारतीय वायु सेना ने अभी तक इस दुर्घटना पर कोई विस्तृत बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, ऐसी घटनाओं के बाद आमतौर पर IAF अपनी जांच रिपोर्ट जारी करती है, जिसमें दुर्घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जाती है। यह घटना एयरक्राफ्ट की मेंटेनेंस, पायलट ट्रेनिंग, और मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल्स (Safety Protocols) पर भी सवाल उठा सकती है। इस गंभीर घटना के बारे में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।