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Join NowTaarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’, भारतीय टेलीविजन के सबसे लोकप्रिय और लंबे समय से चल रहे शोज में से एक है, जिसने अनगिनत किरदारों और अभिनेताओं को घर-घर में पहचान दिलाई है। इनमें से एक खास चेहरा निधि भानुशाली का भी है, जिन्होंने शो में ‘सोनू भिड़े’ (Sonu Bhide) के प्यारे किरदार को निभाया था। दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाने वाली निधि ने शो में 7 साल तक काम करने के बाद अचानक अलविदा कह दिया था, जिसने उनके फैंस को काफी निराश किया था। लेकिन अब जाकर, सालों बाद, निधि ने शो छोड़ने की वो चौंकाने वाली वजह बताई है, जिसे सुनकर फैंस सकते में हैं। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि क्या हुआ था ‘सोनू’ के साथ जो उसने इतने हिट शो को छोड़ने का मन बना लिया, तो यह खबर आपके लिए है!
आखिर क्यों छोड़ा “सोनू” ने ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’? 😭
निधि भानुशाली, जिन्होंने अपने चुलबुले अंदाज़ से ‘सोनू’ के किरदार को ज़िंदा किया था, ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी ज़िन्दगी के उस पड़ाव के बारे में खुलकर बात की, जब उन्होंने अपने करियर का सबसे बड़ा फैसला लिया। निधि भानुशाली ने खुलासा किया कि ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो छोड़ने का उनका मुख्य कारण अत्यधिक वर्क प्रेशर (work pressure) था। यह वही ‘वर्क प्रेशर’ था जिसने उन्हें अंदर से तोड़ दिया था।
वर्क प्रेशर और इमोशनल ब्रेकडाउन का गहरा राज़
अपनी बात रखते हुए निधि ने एक बेहद दर्दनाक खुलासा किया, “मैं जब 7 सालों तक ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो में काम कर रही थी, तब मेरा सबसे बड़ा इमोशनल ब्रेकडाउन (emotional breakdown) हुआ था।” यह बयान वाकई चौंकाने वाला है, क्योंकि सेट पर हमेशा खुशमिज़ाज और उत्साही दिखने वाली निधि असल में इस भारी काम के दबाव से गुज़र रही थीं। उन्होंने आगे समझाया, “शुरुआत में, मैं सब कुछ बहुत एन्जॉय कर रही थी। मुझे हर दिन कुछ नया सीखने को मिल रहा था, और मैं अपने किरदार से भावनात्मक रूप से जुड़ गई थी। लेकिन धीरे-धीरे जब यह सब एक रोज का रूटीन बन गया, तो मुझे इसका एहसास ही नहीं हुआ कि मेरे दिमाग पर कितना ज़्यादा प्रेशर (mental pressure) बन रहा था।”
यह वह समय था जब निधि शो में अपने किरदार और शूटिंग की दिनचर्या में पूरी तरह ढल चुकी थीं। उन्होंने बताया, “कभी-कभी जब आप बिना रुके, बिना थके बस चलते रहते हो और एक पॉइंट पर आपको लगता है कि अब बस बहुत हुआ, मुझे रुकने की, थोड़ी सांस लेने की जरूरत है। बस उसी पल मैंने यह बड़ा फैसला लिया था। मैंने सब कुछ छोड़कर एक्टिंग से लंबा ब्रेक (break from acting) लेने का फैसला किया था।” यह एक ऐसा साहसिक कदम था जिसने उनके करियर को एक अप्रत्याशित मोड़ दिया और उन्हें सबसे ज़रूरी चीज – खुद के लिए थोड़ा समय और सुकून – निकालने का मौका दिया। यह निर्णय स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि किसी भी सुपरहिट शो में लगातार काम करना, चाहे वह कितना भी हिट क्यों न हो, कितना चुनौतीपूर्ण और थकाने वाला हो सकता है।
किस्मत का खेल: पहले ऑडिशन की अनोखी कहानी
सिर्फ शो छोड़ने की वजह ही नहीं, निधि ने अपने पहले ऑडिशन (first audition) को लेकर भी एक बेहद दिलचस्प किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि किस तरह वो यूं ही किस्मत आज़माने गई थीं, “एक बार मैं यूँ ही रैंडमली ‘तारक मेहता…’ के ऑडिशन के लिए चली गई थी। उस दिन मैं दरअसल 2-3 ऑडिशन और भी दे रही थी।” यह वाकया तब का है जब वह अभिनय की दुनिया में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रही थीं और किसी भी अच्छे मौके को गंवाना नहीं चाहती थीं।
इसके बाद उन्होंने उस समय की अपनी सोच को साझा करते हुए कहा, “उस वक्त हमारी यह प्लानिंग थी कि हम ज्यादा लंबे समय तक चलने वाले शोज को साइनअप नहीं करेंगे, क्योंकि उनमें बहुत ज्यादा समर्पण और समय देना पड़ता है।” यह एक आम और समझदारी भरी सोच थी किसी भी नए कलाकार की, खासकर जो इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत कर रहे हों। लेकिन फिर जब उन्हें यह बात पता चली कि यह वही ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो है, जो उस समय तक पिछले 4 सालों से लगातार चल रहा था, तब उनके मन में एक विचार आया कि ‘क्यों ना चलकर कोशिश की जाए और देखा जाए!’ और शायद किस्मत को यही मंज़ूर था कि निधि भानुशाली हमारे सामने ‘सोनू’ के रूप में पेश हों। उनका यह फैसला न केवल उनके लिए बल्कि ‘तारक मेहता’ के दर्शकों के लिए भी एक अहम मोड़ साबित हुआ।
‘तारक मेहता’ के हिट शो को क्यों कहा अलविदा?
निधि भानुशाली के इस सफर की कहानी इस बात का पुख्ता सबूत है कि कैसे कभी-कभी अप्रत्याशित पल और सही समय पर लिए गए फैसले आपकी पूरी जिंदगी और करियर की दिशा बदल सकते हैं। उनका यह अनुभव उन सभी युवा कलाकारों के लिए एक प्रेरणा है जो एक सफल और हिट शो का हिस्सा बनने का सपना देखते हैं, लेकिन साथ ही यह भी याद दिलाता है कि किसी भी काम का अत्यधिक दबाव आपके व्यक्तिगत जीवन और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकता है। आखिरकार, हर किसी को कभी न कभी अपने लिए रुकने और सांस लेने की जरूरत महसूस होती है।
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