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Join NowWIMBLEDON : ऑल इंग्लैंड क्लब, जो विंबलडन चैंपियनशिप का प्रतिष्ठित मंच है, अपने खिलाड़ियों के लिए अत्यंत सख़्त ड्रेस कोड लागू करने के लिए जाना जाता है। इस नियम के तहत, सभी खिलाड़ियों को, चाहे वह पुरुष हों या महिला, मैदान पर केवल सफ़ेद कपड़े ही पहनने की अनुमति है। यह ‘ऑल-व्हाइट’ (all-white) नियम इस ग्रास-कोर्ट ग्रैंड स्लैम की पहचान बन गया है।
हालांकि, हाल के वर्षों में, खासकर 2023 की चैंपियनशिप से, महिला खिलाड़ियों के लिए इस नियम में थोड़ी ढील दी गई है। इस बदलाव का मुख्य कारण महिला खिलाड़ियों की मासिक धर्म (menstruation) के दौरान होने वाली असहजता और चिंताओं को दूर करना था। नियमों में बदलाव के तहत, अब महिला खिलाड़ी गहरे रंग के अंडरशॉर्ट्स (dark undershorts) पहन सकती हैं, ताकि वे इस दौरान अधिक सहज महसूस कर सकें। यह एक महत्वपूर्ण कदम था जिसने खिलाड़ियों की सेहत और आराम को प्राथमिकता दी, और लंबे समय से चले आ रहे इस विवादास्पद नियम को अधिक संवेदनशील बनाया।
ओस्टापेंको और अंपायर के बीच नोकझोंक: नियमों को लेकर हुई ग़लतफ़हमी
हाल ही में संपन्न हुई विंबलडन की प्रतियोगिताओं के दौरान, एक दिलचस्प वाकया सामने आया जिसने सभी का ध्यान खींचा। जब लातवियाई टेनिस खिलाड़ी जेलेना ओस्टापेंको (Jelena Ostapenko), जो खुद पूर्व फ्रेंच ओपन (Roland Garros) चैंपियन हैं, अपनी जोड़ीदार एच (Hsieh) के साथ कोर्ट पर उतरीं, तो उन्हें ब्रिटिश अंपायर जेमी क्रोसन (Jamie Crowson) ने टोक दिया। अंपायर ने ओस्टापेंको के पहनावे पर सवाल उठाया, जिससे ओस्टापेंको काफी हैरान और चिड़चिड़ी नज़र आईं। उन्होंने झुंझलाहट में अपने हाथ हवा में लहरा दिए।
एक भ्रमित से भाव के साथ, ओस्टापेंको ने अंपायर को समझाने के लिए अपनी स्कर्ट उठाकर अपने हरे शॉर्ट्स दिखाए। यह 2023 में हुए नियमों के बदलाव के बाद पूरी तरह से स्वीकार्य था, जिसने उन्हें गहरे रंग के अंडरशॉर्ट्स पहनने की अनुमति दी थी। संभवतः यह एक ग़लतफ़हमी थी या अंपायर हालिया बदलावों से पूरी तरह अवगत नहीं थे। इस छोटी सी घटना के बावजूद, ओस्टापेंको और एच की जोड़ी ने मार्ता कोस्ट्युक (Marta Kostyuk) और एलेना-गैब्रिएला रुसे (Elena-Gabriela Ruse) के खिलाफ अपना मैच शानदार तरीके से जीता। उन्होंने यह मैच 5-7, 6-2, 6-2 के स्कोर से अपने नाम किया। अब यह विजयी जोड़ी अगले दौर में एकातेरिना एलेक्जेंड्रोवा (Ekaterina Alexandrova) और झांग शुआई (Zhang Shuai) का सामना करेगी।
सिंगल्स में बड़ा उलटफेर: ओस्टापेंको को लगी हार, ब्रिटिश सनसनी सोनय कार्टल का उदय
जहां ओस्टापेंको ने डबल्स में शानदार प्रदर्शन किया, वहीं सिंगल्स वर्ग में उनका सफर उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। विंबलडन में 20वीं वरीयता प्राप्त ओस्टापेंको को पहले ही दौर (round one) में करारी हार का सामना करना पड़ा। उन्हें युवा ब्रिटिश खिलाड़ी सोनय कार्टल (Sonay Kartal) ने चौंका दिया। 23 वर्षीय लंदन की सोनय कार्टल ने कोर्ट नंबर 3 पर ओस्टापेंको को 7-5, 2-6, 6-2 से हराकर अपने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। यह ओस्टापेंको के लिए एक बड़ा उलटफेर था, जिसने सभी को हैरान कर दिया।
सोनय कार्टल इस साल की विंबलडन चैंपियनशिप में एक असली सनसनी बनकर उभरी हैं। पहले दौर में ओस्टापेंको को हराने के बाद, उन्होंने विक्टोरिया टोमोवा (Viktoriya Tomova) और डायने पैरी (Diane Parry) को भी हराकर लगातार जीत दर्ज की है। वह इस समय टूर्नामेंट में बची हुई एकमात्र ब्रिटिश महिला खिलाड़ी हैं। उनका अगला मुकाबला रूसी खिलाड़ी अनास्तासिया पाव्ल्युचेनकोवा (Anastasia Pavlyuchenkova) से होगा, जिन्होंने हाल ही में नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) को हराया था। इस मुकाबले से तय होगा कि कौन क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की करेगा। यह युवा ब्रिटिश खिलाड़ी का विंबलडन में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है।
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