Join WhatsApp
Join NowPatna: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के गांधी मैदान थाना इलाके में शुक्रवार रात को एक बेहद ही दुखद और खौफनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। शहर के जाने-माने बिजनेसमैन गोपाल खेमका (Businessman Gopal Khemka) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस हत्याकांड (murder case) ने इलाके में भय का माहौल पैदा कर दिया है और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
घटना 4 जुलाई की रात करीब 11 बजे की बताई जा रही है। गोपाल खेमका पटना के बड़े बिजनेसमैन (Patna’s big businessman) थे और मगध अस्पताल (Magadh Hospital) के मालिक भी थे। जानकारी के अनुसार, जैसे ही वे अपने आवास, पनास होटल के पास एक अपार्टमेंट से अपनी कार से उतरे, घात लगाए बैठे अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग सकते में आ गए। अपराधियों ने इतने करीब से हमला किया कि खेमका को संभलने का मौका तक नहीं मिला और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पटना पुलिस की जांच जारी, अपराधियों की तलाश!
सूचना मिलते ही पटना पुलिस (Patna Police) की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। गांधी मैदान थाना पुलिस (Gandhi Maidan Police Station) ने बताया कि बिजनेसमैन गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि अपराधियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
पटना एसपी दीक्षा (Patna SP Deeksha) ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “4 जुलाई की रात करीब 11 बजे हमें सूचना मिली कि व्यवसायी गोपाल खेमका की गांधी मैदान के दक्षिणी इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। घटनास्थल को सुरक्षित कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।” पुलिस को घटनास्थल से एक गोली और एक खोखा भी बरामद हुआ है, जो जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
पारिवारिक दुख का साया: बेटे की हत्या का भी इतिहास
इस घटना ने एक और दुखद पहलू को उजागर किया है। गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका (Gopal Khemka’s son Gunjan Khemka) की भी लगभग 6 साल पहले वैशाली के औद्योगिक थाना इलाके में अपराधियों ने हत्या कर दी थी। उस समय भी यह मामला काफी चर्चा में रहा था और इससे काफी बवाल मचा था। एक बार फिर उसी परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, जिससे पूरे पटना में लोगों में आक्रोश और भय है। यह घटना एक बार फिर पटना में अपराधियों का बढ़ता बोलबाला (rising dominance of criminals in Patna) और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।
अपराधियों का तांडव, सुरक्षा पर सवाल!
यह घटना उन लोगों के लिए एक भयानक चेतावनी है जो सोचते हैं कि पटना में अपराध कम हो रहा है। बिजनेसमैनों को खुलेआम निशाना बनाया जाना यह दर्शाता है कि अपराधी कितने बेखौफ हैं। इस तरह की वारदातों से न केवल आम जनता में असुरक्षा की भावना बढ़ती है, बल्कि शहर के कारोबारी माहौल पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
पुलिस को इस मामले की तह तक जाने और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें। पटना में अपराध (Crime in Patna) पर नियंत्रण पाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है, और यह हालिया घटना इस चुनौती को और बढ़ा देती है।