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Join NowBullet को नानी याद दिलाएगा घर का नया ‘देसी घी’, पाएं 45% कम मेहनत में क्लासिक स्वाद और तगड़ा पौष्टिक माइलेज! साथ में 100% प्योर पनीर भी!
क्या आप भी सोचते हैं कि घर पर शुद्ध देसी घी (Pure Desi Ghee) बनाना एक लंबा और मुश्किल काम है? दूध की मलाई से घी निकालने में बहुत ज़्यादा मेहनत और समय लगता है, और अक्सर पूरी मेहनत के बाद भी आपको मनचाहा दानेदार घी नहीं मिल पाता? अगर आपका जवाब ‘हाँ’ है, तो आपकी समस्या का समाधान यहाँ है! आज हम आपको घर की मलाई से घी बनाने का एक ऐसा आसान और क्रांतिकारी तरीका (easy and revolutionary way to make ghee from milk cream at home) बताने जा रहे हैं, जो न केवल आपका समय और ऊर्जा बचाएगा, बल्कि आपको हर बार परफेक्ट दानेदार घी (perfect granulated ghee) और साथ में कुछ ही मिनटों में शुद्ध पनीर (paneer) भी देगा, बिल्कुल बिना किसी बर्बादी के!
इस अद्भुत विधि से आपका घी ‘Perfect, Every Time’ बनेगा, जैसे आपके परिवार की परंपरा और स्वाद का सार हो!

शुरुआत कहाँ से करें? घर की मलाई का सही इस्तेमाल
सबसे पहले, हमें चाहिए हफ़्ते भर की जमा की हुई दूध की मलाई। इसे इकट्ठा करते रहें और फ्रिजर में स्टोर करें ताकि यह खराब न हो। आमतौर पर, लगभग एक सप्ताह की मलाई (जो अच्छी तरह से स्टोर की गई हो) इस प्रक्रिया के लिए पर्याप्त होती है।
सामग्री:
- एक सप्ताह की जमा की हुई दूध की मलाई (फ्रीजर में रखी हुई)
- 4 बड़े चम्मच दही (दही)
- एक भारी तले वाली कड़ाही

परफेक्ट घी और पनीर बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप विधि (Step-by-Step Method to Make Perfect Ghee and Paneer):
- मलाई को रूम टेम्परेचर पर लाएं: फ्रीजर से निकाली हुई मलाई को लगभग 2-3 घंटे के लिए कमरे के तापमान पर बाहर रख दें। इससे मलाई नरम हो जाएगी और घी निकालने की प्रक्रिया आसान हो जाएगी। इस चरण से मक्खन अलग करना और भी सरल हो जाता है।
- मलाई को हल्का गरम करें (पहला हीटिंग):
- नरम हो चुकी मलाई को एक भारी तले वाली कड़ाही में डालें।
- गैस को धीमी से मध्यम आंच पर रखें और मलाई को धीरे-धीरे गरम करना शुरू करें।
- मलाई को लगातार चलाते रहें ताकि वह कड़ाही के तले से चिपके नहीं।
- उबाल आने तक मिलाएं (और उबालें):
- कुछ ही मिनटों में मलाई पिघलना शुरू कर देगी और धीरे-धीरे उबलने लगेगी।
- मलाई में एक बार उबाल आने के बाद, गैस की आंच को धीमा कर दें। लगभग 10-15 मिनट तक धीमी आंच पर इसे चलाते हुए पकाएं, ताकि यह नीचे न लगे और इसमें एक हल्का उबाल बना रहे।
- जादुई Ingredient: दही डालें (Magic Ingredient: Add Curd):
- लगभग 10-15 मिनट बाद (या जब आपको लगे कि मलाई पकने लगी है), इसमें चार बड़े चम्मच ताजा दही डालें।
- यहाँ सबसे महत्वपूर्ण बात यह है: आपको केवल दही ही डालना है। नींबू का रस, सिरका (एसिटिक एसिड) या किसी अन्य अम्लीय चीज का इस्तेमाल न करें। दही एक प्राकृतिक तरीका है जो मलाई को फटने (Curdling) और शुद्ध घी को अलग करने में मदद करेगा, साथ ही पनीर के लिए बेहतरीन आधार भी देगा।
- तेज आंच पर लगातार चलाएं (Accelerate Ghee Separation):
- दही डालने के बाद, गैस की आंच को तेज कर दें और मिश्रण को लगातार चलाते रहें।
- लगभग 5 से 7 मिनट में आप देखेंगे कि मलाई फटना शुरू हो गई है। एक पीले रंग का तरल पदार्थ अलग होना शुरू हो जाएगा, और दूध के ठोस पदार्थ (छेना/पनीर) अलग दिखने लगेंगे।
- पनीर को अलग करें (Paneer Separation – The Zero Wastage Trick!):
- जब मलाई अच्छी तरह से फट जाए और आपको स्पष्ट रूप से घी का तेल (ghee oil) और दूध के ठोस पदार्थ (milk solids) अलग-अलग दिखने लगें, तो गैस बंद कर दें।
- अब, इस मिश्रण को एक महीन जाली वाली छलनी (स्ट्रेनर) का उपयोग करके छान लें। छलनी के ऊपर आपको सफेद पनीर जैसा ठोस पदार्थ (Chhena/Paneer) मिलेगा, जबकि नीचे एक पीले रंग का तरल (यह हमारा आधा बना घी है!) इकट्ठा हो जाएगा।
- छलनी में बचे इस ठोस पदार्थ को हल्का दबाकर इसका अतिरिक्त तरल निकाल लें। लीजिए, आपका ताजा और शुद्ध घर का बना पनीर (homemade paneer) तैयार है! आप इसे किसी भी पकवान में इस्तेमाल कर सकते हैं या यूँ ही खा सकते हैं। इस तरह आप अपनी सामग्री का जीरो वेस्टेज (Zero Wastage) करते हैं।
- घी तैयार करें (Final Ghee Preparation):
- पनीर निकालने के बाद, कड़ाही में वापस बचे हुए पीले तरल (जो आधा पका घी है) को डालें।
- गैस की आंच तेज करें और इसे लगातार चलाते रहें।
- अगले 5 से 7 मिनट में आप देखेंगे कि यह तरल सुनहरा पीला रंग (golden yellow color) ले रहा है और ठोस पदार्थ धीरे-धीरे नीचे बैठने लगेंगे। जब ठोस पदार्थ हल्के भूरे रंग के हो जाएं और घी पूरी तरह से पारदर्शी (transparent) और सुनहरे रंग का हो जाए, और उसमें एक विशिष्ट सुगंध आने लगे, तो समझ लीजिए कि आपका घी तैयार है।
- आंच बंद कर दें और घी को थोड़ा ठंडा होने दें।
- घी को छानें और स्टोर करें (Strain and Store Ghee):
- ठंडा होने पर, एक साफ, सूखी और महीन जाली वाली छलनी से घी को एक कांच के कंटेनर या बर्तन में छान लें। तले में बचा हुआ हल्का भूरा अवशेष (Ghee residue) हटा दें, लेकिन इसे फेंके नहीं! इसे पराठे या मिठाई में इस्तेमाल किया जा सकता है।
रिजल्ट (The Glorious Result):
और देखिए! लगभग आधे से भी कम समय (less than half the time) में आपने ना सिर्फ मिनिमम वेस्टेज (minimum wastage) के साथ बेहतरीन गुणवत्ता वाला, शुद्ध देसी दानेदार घी (pure desi granulated ghee) बनाया है, बल्कि आपको उसी प्रक्रिया में ताजा, नरम घर का बना पनीर (homemade paneer) भी मिला है! इस तरीके से बना घी हमेशा परफेक्ट खुशबूदार और स्वादिष्ट (perfectly fragrant and delicious) होता है।
इस विधि से घी बनाने के फायदे (Benefits of This Ghee Making Method):
- समय और श्रम की बचत: पारंपरिक मक्खन बनाने की प्रक्रिया से कहीं ज़्यादा तेज और कम मेहनत वाली।
- कम बर्बादी: दूध के ठोस पदार्थ भी पनीर के रूप में इस्तेमाल हो जाते हैं।
- शुद्धता और स्वाद: घर का बना घी बाजार के घी की तुलना में हमेशा ज़्यादा शुद्ध और स्वादिष्ट होता है।
- पोषण: इसमें कोई हानिकारक संरक्षक (preservatives) नहीं होते और यह प्राकृतिक पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
- स्वास्थ्य लाभ: देसी घी हड्डियों को मजबूत बनाता है, पाचन में सहायक है और त्वचा के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।
तो अगली बार जब आपको घी बनाना हो (make ghee), तो इस अनोखे और बेहद प्रभावी तरीके को आजमाएं। आपका किचन महक उठेगा, और परिवार को मिलेगी असली देसी स्वाद की पौष्टिक सौगात! यह सिर्फ एक तरीका नहीं, बल्कि घर में क्लासिक स्वाद (classic taste) को पुनर्जीवित करने का एक नया युग है!