विदेश– समलैंगिक विवाह बिल को अमेरिका की संसद में मंजूरी मिल गई है। वही अब इसे अमेरिका के राष्ट्रीय जो बाइडने में पास अप्रूवल हेतु भेजा गया है। वही कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि जो बाइडेन इसे आराम से अप्रूवल दे देंगे। क्योंकि जब यह बिल पारित हुआ तो वह काफी खुश नजर आ रहे थे।
वहीं उन्होंने एक बयान दिया था कि लव इस लव। अमेरिका के प्रत्येक नागरिक को अपनी पसन्द के व्यक्ति से विवाह करने का अधिकार है। अमेरिका के अलावा कई अन्य ऐसे देश और हैं जहां समलैंगिक विवाह को वैध ठहराया जा रहा है। जब से अमेरिका में यह बिल पारित हुआ है। भारत मे भी इसकी मांग होने लगी है।
जाने किस देश ने सबसे पहले समलैंगिक विवाह को ठहराया वैध-
नीदरलैंड वह देश है। जहां सबसे पहले समलैंगिक विवाह को वैध ठहराया गया। हालाकि समलैंगिक विवाह को लेकर प्रत्येक देश मे अलग अलग नियम कानून हैं। दुनिया मे अभी भी 120 देश ऐसे हैं जो समलैंगिक विवाह को अवैध मानते हैं। वही 88 देश समलैंगिक संबंधों की इजाजत देते हैं और 32 देशों ने समलैंगिक विवाह को मंजूरी दी है। वही अब पूरे विश्व भर में समलैंगिक विवाह को वैध ठहराने की मांग उठाई जा रही है।
भारत मे समलैंगिक संबंधों की स्थिति-
भारत मे अभी भी समलैंगिक विवाह या समलैंगिक संबंधों को समाज मे स्वीकृति नहीं प्राप्त हुई है। साल 2018 में समलैंगिक संबंधों को भारत मे अपराध की कैटेगरी से बाहर कर दिया था। लेकिन अभी देश मे समलैंगिक विवाह को मंजूरी नहीं दी है।
भारत का समाज आज भी समान लिंग वाले सम्बन्धों को नहीं स्वीकार रहा है। समाज ऐसे लोगों को ओछी नजर से देखता है जो समलैंगिक संबंध रखते हैं। हालाकि भारत मे इसे समाज की स्वीकृति मिलने में अभी काफी वक्त लग सकता है।