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Join NowYogini Ekadashi 2025: प्रत्येक दिन की शुरुआत से पहले शुभ-अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति और व्रत-त्योहारों के बारे में जानना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। पंचांग (Panchang) ज्योतिषीय गणनाओं का वह आधार है जो हमें दैनिक गतिविधियों के लिए सही मार्गदर्शन प्रदान करता है। आज शनिवार, 21 जून 2025 (Panchang 21 June 2025) का दिन सनातन धर्म में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के साथ योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi 2025) के विशेष व्रत का भी दिन है। आज का दिन मेष राशि (Moon in Aries Today) पर चंद्रमा के संचार और कुछ खास योग-नक्षत्रों के साथ कैसा रहेगा, आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग!
21 जून 2025 का विस्तृत पंचांग (Detailed Panchang for June 21, 2025):
- राष्ट्रीय मिति (National Date): ज्येष्ठ 31, शक सम्वत् 1947।
- विक्रम संवत् (Vikram Samvat): 2082।
- सौर आषाढ़ मास (Solar Ashadh Month): प्रविष्टे 07।
- जिल्हिजा (Hijri Month): 24, हिजरी 1446 (मुस्लिम कैलेंडर)।
- अंग्रेजी तारीख (English Date): 21 जून सन् 2025 ई॰।
- अयन (Ayan): सूर्य दक्षिणायन (Sun in Dakshinayan)।
- गोल (Hemisphere): उत्तर गोल (Uttar Gol)।
- ऋतु (Season): वर्षा ऋतुः (Varsha Ritu – Rainy Season)।
आज की तिथि और नक्षत्र (Tithi and Nakshatra Today):
आज का दिन तिथि और नक्षत्र के हिसाब से कुछ इस प्रकार रहेगा:
- दशमी तिथि (Dashami Tithi): सुबह 07 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। दशमी तिथि के उपरांत एकादशी तिथि का आरंभ (Ekadashi Tithi Begins) होगा। इसका मतलब है कि योगिनी एकादशी का व्रत दशमी तिथि समाप्त होने के बाद से मान्य होगा।
- एकादशी तिथि का क्षय (Ekadashi Tithi Kshaya): इस दिन एकादशी तिथि का क्षय हो रहा है, जिसका अर्थ है कि एकादशी का शुभ मुहूर्त कुछ कम अवधि का रहेगा।
- अश्विनी नक्षत्र (Ashwini Nakshatra): सायं 07 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। इस नक्षत्र के उपरांत भरणी नक्षत्र (Bharani Nakshatra Begins) का आरंभ होगा। ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) में इन नक्षत्रों का विशेष महत्व है, जो दिन के विभिन्न पहलुओं पर असर डालते हैं।
प्रमुख योग और करण (Yoga and Karana Today):
- अतिगण्ड योग (Atiganda Yoga): रात्रि 08 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। यह योग कुछ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।
- सुकर्मा योग (Sukarma Yoga): अतिगण्ड योग के उपरांत सुकर्मा योग का आरंभ होगा, जो शुभ कार्यों के लिए अच्छा होता है।
- विष्टि करण (Vishti Karan): प्रातः 07 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। विष्टि करण को भद्रा (Bhadra Kaal) भी कहा जाता है, जिसमें शुभ कार्य वर्जित होते हैं।
- कौलव करण (Kaulava Karan): विष्टि करण के उपरांत कौलव करण का आरंभ होगा।
चंद्रमा की स्थिति (Moon’s Position):
आज चंद्रमा पूरे दिन और रात मेष राशि (Mesh Rashi – Aries) पर संचार करेगा। चंद्रमा का मेष राशि में होना व्यक्तियों के स्वभाव, ऊर्जा और निर्णयों पर असर डाल सकता है, क्योंकि मेष अग्नि तत्व की राशि है जो ऊर्जा और सक्रियता प्रदान करती है।
आज के व्रत और त्यौहार (Vrat and Festivals Today):
- आज का प्रमुख व्रत-त्योहार योगिनी एकादशी व्रत (स्मार्त परंपरानुसार) है। यह व्रत भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित है और पापों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है। चूंकि एकादशी तिथि का क्षय है, व्रत से जुड़े विशेष नियम या समयानुसार पूजा का पालन करना महत्वपूर्ण होगा।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय (Sunrise and Sunset Times):
- सूर्योदय का समय (Sunrise Time Today): सुबह 5 बजकर 23 मिनट पर।
- सूर्यास्त का समय (Sunset Time Today): शाम 7 बजकर 22 मिनट पर।
आज के शुभ मुहूर्त 21 जून 2025 (Auspicious Muhurats June 21, 2025):
- ब्रह्म मुहूर्त (Brahma Muhurta): सुबह 4 बजकर 4 मिनट से सुबह 4 बजकर 44 मिनट तक। यह समय ध्यान, पूजा-पाठ और आध्यात्मिक कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
- विजय मुहूर्त (Vijaya Muhurta): दोपहर 2 बजकर 43 मिनट से दोपहर 3 बजकर 39 मिनट तक। किसी भी शुभ कार्य या मुकदमे में जीत हासिल करने के लिए यह मुहूर्त विशेष फलदायी होता है।
- निशिथ काल (Nishita Kaal): मध्य रात्रि 12 बजकर 3 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 43 मिनट तक। तंत्र-मंत्र और साधना के लिए यह समय शुभ माना जाता है।
- गोधूलि बेला (Godhuli Bela): शाम 7 बजकर 21 मिनट से शाम 7 बजकर 41 मिनट तक। यह संध्याकाल पूजा और घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश के लिए अच्छा माना जाता है।
- अमृत काल (Amrit Kaal): सुबह 7 बजकर 8 मिनट से सुबह 8 बजकर 53 मिनट तक। यह अवधि सभी प्रकार के शुभ कार्यों को शुरू करने के लिए अत्यंत अनुकूल मानी जाती है।
आज के अशुभ मुहूर्त 21 जून 2025 (Inauspicious Muhurats June 21, 2025):
कुछ ऐसे समय होते हैं जब कोई भी नया या शुभ कार्य करने से बचना चाहिए, ताकि अनिष्ट टल सके। आज के अशुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
- राहुकाल (Rahukaal): प्रातः 09 बजे से सुबह 10 बजकर 30 मिनट तक। राहुकाल में कोई भी नया कार्य, यात्रा या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें किए गए कार्यों में अक्सर बाधाएं आती हैं।
- गुलिक काल (Gulika Kaal): सुबह 6 बजे से सुबह 7 बजकर 30 मिनट तक। यह समय भी अशुभ माना जाता है।
- यमगंड (Yamaganda): दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से दोपहर 3 बजकर 30 मिनट तक। यह काल यात्रा के लिए अशुभ होता है।
- दुर्मुहूर्त काल (Durmuhurta Kaal): सुबह 5 बजकर 24 मिनट से सुबह 6 बजकर 20 मिनट तक। यह काल किसी भी महत्वपूर्ण या मांगलिक कार्य के लिए वर्जित है।
- भद्राकाल (Bhadra Kaal): सुबह 5 बजकर 24 मिनट से सुबह 7 बजकर 18 मिनट तक। भद्राकाल में भी कोई भी शुभ कार्य जैसे गृह प्रवेश, यात्रा, मुंडन आदि नहीं करने चाहिए।
यह पंचांग (Daily Panchang) आपको 21 जून 2025 के लिए शुभ-अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति और व्रत-त्योहारों की संपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। इस जानकारी का उपयोग करके आप अपने दिन की योजना बना सकते हैं और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, विशेष रूप से योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi Rules) के पवित्र दिन पर।