Gold Rate : सोना ₹1 लाख तोला ?

Published On: June 6, 2025
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Gold Rate : सोना ₹1 लाख तोला ?
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Gold Rate : पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों (gold prices) में एक अभूतपूर्व और जबरदस्त बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है, जिसने निवेशकों और आम खरीदारों, दोनों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस साल की शुरुआत से ही पीली धातु (yellow metal) ने निवेशकों को मालामाल किया है, कुछ अनुमानों के अनुसार लगभग 34 प्रतिशत तक का शानदार रिटर्न देते हुए। और यह तेजी का दौर अभी थमा नहीं है; बल्कि सोने में तेजी (bullish trend in gold) का रुख लगातार जारी है, जिससे बाजार में उत्साह बना हुआ है। हाल ही में एक नई विश्लेषणात्मक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें इस बात का विस्तृत अनुमान लगाया गया है कि सोना कब तक एक लाख रुपये प्रति तोला (Gold at 1 lakh per tola) के मनोवैज्ञानिक और ऐतिहासिक स्तर को पार कर सकता है।

सोने के भाव (Gold Price) में ऐतिहासिक तेजी का दौर:
वास्तव में, सोने के भाव (current gold price) में एक रिकॉर्ड तेजी का सिलसिला देखा जा रहा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और बाजार के जानकारों के अनुसार, मौजूदा साल में सोने ने अपने निवेशकों को उम्मीद से कहीं बेहतर और आकर्षक रिटर्न (attractive returns from gold) प्रदान किया है। खबरों के मुताबिक, इसी साल 22 अप्रैल के आसपास सोने की दर में भारी वृद्धि (Gold Rate Hike) हुई थी और यह लगभग 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के एक असाधारण उच्च स्तर पर पहुँच गया था। हालांकि, इस शिखर को छूने के बाद सोने की कीमतों में कुछ मुनाफावसूली के कारण एक उल्लेखनीय गिरावट (significant dip in gold price) भी देखने को मिली। लेकिन, अगर हम बीते एक-दो कारोबारी दिनों की बात करें तो, सोने की कीमतों में एक बार फिर से तगड़ी तेजी (strong rally in gold) आई है, जो निवेशकों के लिए उत्साहजनक है। ऐसी स्थिति में, सोना खरीदने की योजना बना रहे संभावित खरीदारों (potential gold buyers) और सोने में निवेश (investing in gold) करने के इच्छुक व्यक्तियों के मन में यह सवाल प्रमुखता से उठ रहा है कि आखिर सोना कब तक 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम (Gold price prediction 1 lakh) के इस महत्वपूर्ण आंकड़े को स्थायी रूप से पार कर लेगा।

सोने-चांदी की कीमतों में क्यों आया उछाल? (Reasons for Gold and Silver Price Hike):

इस तेजी के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक जिम्मेदार हैं। विशेष रूप से, संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) की अर्थव्यवस्था में कमजोरी के कुछ स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। उदाहरण के तौर पर, अमेरिका के सर्विस सेक्टर (US service sector) में उम्मीद से कम प्रदर्शन और नौकरी के आंकड़ों (US job data) में सुस्ती देखी जा रही है। इन आर्थिक संकेतकों से यह उम्मीद काफी बढ़ गई है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक, यानी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve), मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए इस साल संभवतः दो बार अपनी प्रमुख ब्याज दरों (interest rates) में कटौती कर सकता है। ब्याज दरों में कटौती की संभावना से डॉलर कमजोर होता है और सुरक्षित निवेश (safe haven investment) के तौर पर सोने की मांग बढ़ती है, जिसकी वजह से सोने का वैश्विक रेट (Global Gold Rate) अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चढ़ा है। इसका सीधा असर भारतीय घरेलू सराफा बाजार (Indian domestic bullion market) में भी स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है, जहाँ सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं (gold prices skyrocketing)

जानिए आपके शहर में किस रेट पर मिल रहा है सोना (Current Gold Rate in Your City):

उदाहरण के तौर पर, यदि हम शुक्रवार, 6 जून (यह तारीख उदाहरण के लिए दी गई है, कृपया नवीनतम जानकारी के लिए विश्वसनीय स्रोत देखें) के बाजार के आंकड़ों पर गौर करें, तो सोने के रेट (Latest Gold Price) में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Gold price in Delhi) में, 22 कैरेट सोने का भाव (22 carat gold rate) लगभग 91,460 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट शुद्ध सोने का भाव (24 carat gold rate) लगभग 99,760 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुँच चुका है। यह पिछले दिन की तुलना में लगभग 10 रुपये अधिक है।

इसी प्रकार, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Gold price in Mumbai) में भी 22 कैरेट सोने का भाव (Mumbai gold rate) लगभग 91,310 रुपये और 24 कैरेट सोना लगभग 99,610 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। पटना (Gold price in Patna), लखनऊ (Gold price in Lucknow), जयपुर (Gold price in Jaipur) जैसे अन्य प्रमुख शहरों में भी सोने के दाम (gold prices today) लगभग इसी स्तर के आसपास बने हुए हैं, मामूली अंतर के साथ। बाजार विशेषज्ञों (market experts on gold) का यह भी मानना है कि अगर अमेरिका और चीन के बीच आने वाले दिनों में व्यापार युद्ध (US-China Trade War) की स्थिति फिर से उत्पन्न होती है या तनाव बढ़ता है, तो वैश्विक अनिश्चितता के माहौल में सोने की कीमतें और भी बढ़ सकती हैं, और यह एक लाख रुपये प्रति तोला (gold price per tola) के स्तर को भी छू सकता है।

प्रमुख शहरों में सोने का भाव (उदाहरणस्वरूप):

शहर का नाम 22 कैरेट गोल्ड रेट (प्रति 10 ग्राम) 24 कैरेट गोल्ड रेट (प्रति 10 ग्राम)
दिल्ली ₹91,460 ₹99,760
चेन्नई ₹91,310 ₹99,610
मुंबई ₹91,310 ₹99,180
कोलकाता ₹90,910 ₹99,180
जयपुर ₹91,460 ₹99,760
नोएडा ₹91,460 ₹99,760
गाजियाबाद ₹91,460 ₹99,760
लखनऊ ₹91,460 ₹99,760
बेंगलुरु ₹91,310 ₹99,610
पटना ₹91,310 ₹99,610

(कृपया ध्यान दें: उपरोक्त दरें सांकेतिक हैं और वास्तविक समय में भिन्न हो सकती हैं। खरीदने से पहले स्थानीय जौहरी से पुष्टि करें।)

आज इस रेट पर मिल रही है चांदी (Current Silver Rate):

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी तेजी का रुख है। शुक्रवार, 6 जून (उदाहरण तारीख) को चांदी की कीमत (Silver Rate Today) के बारे में बात करें तो, इसकी कीमत लगभग 1,04,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुँच गई है। पिछले दिन की तुलना में आज चांदी के भाव (silver price movement) में लगभग 2000 रुपये प्रति किलोग्राम की उल्लेखनीय तेजी आई है। कल एक किलोग्राम चांदी का रेट (silver rate per kg) लगभग 1,02,100 रुपये था।

इस प्रकार तय होती है भारत में सोने की कीमत (Factors Determining Gold Price in India):

भारत में सोने के दैनिक रेट (Daily Gold Price in India) कई महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर करते हैं। इनमें सबसे प्रमुख हैं:

  1. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें (International gold prices): वैश्विक मांग और आपूर्ति, डॉलर की मजबूती, भू-राजनीतिक तनाव आदि।

  2. सरकारी कर और शुल्क (Government taxes and duties): केंद्र सरकार द्वारा लगाया गया आयात शुल्क (import duty on gold) और राज्यों द्वारा लगाए गए विभिन्न कर।

  3. रुपये का मूल्य (Value of Indian Rupee): भारतीय रुपये की अमेरिकी डॉलर के मुकाबले विनिमय दर (USD to INR exchange rate) भी सोने की घरेलू कीमतों को प्रभावित करती है। डॉलर महंगा होने पर सोना भी महंगा हो जाता है।

  4. स्थानीय मांग (Local demand for gold): त्योहारी सीजन और शादियों के समय मांग बढ़ने से भी कीमतें प्रभावित होती हैं।

यह समझना महत्वपूर्ण है कि हमारे देश भारत में, सोना सिर्फ एक निवेश का जरिया (investment option) नहीं है, बल्कि यह हमारी गहरी सांस्कृतिक परंपराओं (cultural traditions in India), रीति-रिवाजों और शुभ त्योहारों का भी एक अभिन्न अंग है। विशेषकर शादी-ब्याह के सीजन (wedding season gold purchase) और दिवाली, धनतेरस जैसे प्रमुख त्योहारों के दौरान इसकी मांग (gold demand in India) में भारी उछाल देखा जाता है, जो कीमतों को और समर्थन प्रदान करता है। भविष्य में सोने की कीमतें इन सभी कारकों के संयुक्त प्रभाव से ही तय होंगी।


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