देश– 8 दिसम्बर नौ सेना के इतिहास में महत्वपूर्ण दिन में से एक है। आज ही के दिन भारतीय नौसेना में पहली पनडुब्बी कलवरी शामिल की गई थी।
यह सोवियत संघ से भारत को प्राप्त हुई थी। इसे रींगा से भारत लाया गया था। उस दौर में इस पनडुब्बी को सबसे ज्यादा शक्तिशाली पनडुब्बी माना जाता था।
इसकी शक्ति को तब ही आंक लिया गया था। जब इसे सोवियत संघ से भारत लाया गया। क्योंकि उस समय समुद्र में अमेरिका, ब्रिटेन और सोवियत संघ की तीन पनडुब्बी डूब गई थी। लेकिन भारत की यह पनडुब्बी सही सलामत भारत आई।
पनडुब्बी कलवरी ने अपना पराक्रम साल 1971 में भारत पाकिस्तान के मध्य हुए युद्ध के दौरान दिखाया। उस समय भारत ने इसी पनडुब्बी की मदद से पाकिस्तान का करांची बंदरगाह तबाह किया था।
यह पूरे तीस साल तक भारत की सेना का हिस्सा रही और 31 मार्च 1996 को कलवरी को रिटायर किया गया।