Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पोस्ट छोड़कर भागा पाकिस्तानी सेना का कमांडर

Operation Sindoor: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पोस्ट छोड़कर भागा पाकिस्तानी सेना का कमांडर

Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान (India Pakistan) के बीच तनाव (India Pakistan Tension) कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब सैन्य कार्रवाई (Military Action) होती है तो दोनों तरफ हलचल बढ़ जाती है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam Attack) में 22 अप्रैल, 2025 को हुए एक आतंकी हमले (Terrorist Attack) के बाद, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) नाम से जवाबी कार्रवाई (Retaliatory Action) करते हुए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK – Pakistan Occupied Kashmir) में मौजूद आतंकी ठिकानों (Terrorist Camps) पर सटीक हवाई हमले (Precision Airstrikes) किए।

भारत की इस कार्रवाई में न सिर्फ कई आतंकी ठिकाने पूरी तरह ध्वस्त हो गए, बल्कि पाकिस्तानी आर्मी (Pakistani Army) में भी साफ तौर पर दहशत (Panic) देखी गई। न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस (IANS) की रिपोर्ट और भारतीय सेना (Indian Army) के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस दौरान हुई इंटरसेप्टेड कम्युनिकेशन (Intercepted Communication) से एक चौंकाने वाली बात सामने आई।

पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद (Muzaffarabad) के पास तैनात पाकिस्तान की 75वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड (75th Infantry Brigade) के एक कमांडर (Commander) ने भारतीय हमले (Indian Attack) की दहशत और डर (Fear) के मारे अपनी पोस्ट (Post) पर जाने से ही साफ इनकार कर दिया।

‘ऑफिस तो थोड़ी देर बाद भी खुल जाएगा, लेकिन पहले अपनी जान बचाओ’

जब उनके जूनियर अधिकारियों ने उनसे स्थिति संभालने और ‘ऑपरेशन’ को फिर से शुरू करने के लिए संपर्क किया, तो कमांडर का जवाब था, “ऑफिस तो थोड़ी देर बाद भी खुल जाएगा, लेकिन पहले अपनी जान बचाओ (Save Your Life)!”

इंटरसेप्ट की गई रेडियो चैट (Radio Chat) से यह भी खुलासा हुआ कि डर के मारे कमांडर अपनी पोस्ट (Post) छोड़कर भाग गए थे और पास की एक मस्जिद (Mosque) में उन्होंने शरण (Shelter) ले ली थी। रेडियो चैट में जूनियर ऑफिसर को यह कहते सुना गया, “हमारे कमांडर साहब बड़ी मुश्किल से बचकर निकले हैं और वह अभी एक मस्जिद में नमाज़ अदा कर रहे हैं। उन्होंने बाकी जवानों को यहाँ भेज दिया है, जब मामला थोड़ा शांत होगा तब वो वापस आ जाएंगे।”

यह ध्यान देने वाली बात है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने जानबूझकर केवल आतंकी ठिकानों (Terrorist Camps) को निशाना बनाया था, लेकिन इसके विपरीत पाकिस्तान ने भारत के नागरिक क्षेत्रों (Civilian Areas) पर भारी गोलाबारी (Shelling) की। इसके बाद, भारतीय सेना (Indian Army) ने जवाबी कार्रवाई (Retaliation) करते हुए पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों (Military Posts) पर हमले किए। इस घटना ने साफ कर दिया कि भारतीय कार्रवाई (Indian Action) का पाकिस्तानी सेना पर कितना गहरा मनोवैज्ञानिक असर (Psychological Impact) पड़ा।