Income Tax Notice : अगर आपकी कमाई (income) अच्छी खासी है, लेकिन आप इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) में अपने खर्चे (expenses) बिल्कुल शून्य या बहुत कम दिखाते हैं, इसके बावजूद आप एक लग्जरी लाइफस्टाइल (luxury lifestyle) जी रहे हैं, तो आपको बेहद सतर्क (alert) रहने की ज़रूरत है। आयकर विभाग (Income Tax Department) अब आपकी हर गतिविधि पर पैनी नज़र रख रहा है और आपके रोजमर्रा के खर्चों (daily expenses) का हिसाब मांग रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इनकम टैक्स विभाग (Income Tax Department) इस मामले में काफी सख्त हो गया है और टैक्सपेयर्स (taxpayers) को धड़ाधड़ नोटिस (IT notice) भेजे जा रहे हैं।
IT विभाग (IT Department) कुछ टैक्सपेयर्स (taxpayers) को नोटिस (notice) भेजकर उनसे जूतों पर किए गए खर्च, हेयरकट (haircut), रेस्टोरेंट के बिल (restaurant bill), राशन (grocery/ration), बिजली (electricity) और गैस के खर्चों (gas bill) तक का ब्योरा मांग रहा है। कुछ टैक्सपेयर्स (taxpayers) को तो सैलून में हेयरकट और महंगे रेस्टोरेंट में खाने-पीने की जानकारी के साथ बिल (bills) तक जमा करने को कहा गया है। राशन, बिजली और गैस के बिल (utility bills) भी मांगे जा रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी (Sources say) के अनुसार, IT विभाग (IT Department) ने ऐसे लोगों से कॉस्मेटिक्स (cosmetics) और परफ्यूम (perfume) जैसी चीजों पर किए गए खर्च का भी हिसाब मांगा है। आयकर विभाग (Income Tax Department) के सूत्रों का कहना है कि फेसलेस असेसमेंट (faceless assessment) प्रक्रिया के तहत इस तरह का ब्योरा मांगा जा सकता है। खासकर उच्च आय वर्ग (high income group) के मामलों में जहां घोषित आय (declared income) और जीवनशैली (lifestyle) में बड़ा अंतर दिखता है, ऐसे नोटिस (notice) भेजे जाने की संभावना अधिक है। विशेष परिस्थितियों में, जब ITR (Income Tax Return) में आपकी आय (income) और खर्चों (expenses) में भारी विसंगति (mismatch) पाई जाती है, तब IT अधिकारी (IT officers) ऐसी बारीक जानकारी मांगते हैं। हालांकि, किसी भी नोटिस (notice) की सत्यता जांचने के लिए उस पर DIN (Document Identification Number), PAN (Permanent Account Number) और AY (Assessment Year) की जानकारी होना अनिवार्य है।
आयकर विभाग (Income Tax Department) यह सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा अभियान चला रहा है कि कहीं लोग अपनी वास्तविक आय (real income) छिपाकर या बड़े नकद लेनदेन (large cash transactions) के माध्यम से कर चोरी (tax evasion) तो नहीं कर रहे। यह पहल सरकार की उस व्यापक योजना का हिस्सा है जिसमें कर चोरी (tax evasion) को रोकने और वित्तीय पारदर्शिता (financial transparency) लाने के लिए डेटा एनालिटिक्स (data analytics) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का जमकर उपयोग किया जा रहा है।
IT विभाग (IT Department) मुख्य रूप से ऐसे उच्च आय वर्ग (high income group) के व्यक्तियों को नोटिस (notice) भेज रहा है जिनकी घोषित आय (declared income) और उनकी जीवनशैली (lifestyle) में जमीन-आसमान का अंतर है। यदि कोई व्यक्ति बहुत ही आलीशान जीवन (lavish lifestyle) जीता है, महंगे होटलों-रेस्टोरेंट में खाता है, ब्रांडेड कपड़े पहनता है, लेकिन उसकी बैंक से पैसे निकालने की गतिविधि बहुत कम है, तो विभाग को स्वाभाविक रूप से यह संदेह होता है कि उस व्यक्ति ने अपनी आय (income) के कुछ स्रोतों (income sources) को छिपाया है और टैक्स (tax) बचाने की कोशिश की है।
इसलिए, सभी टैक्सपेयर्स (taxpayers) को सलाह दी जाती है कि वे अपनी आय (income) और खर्चों (expenses) का सही-सही हिसाब रखें और ITR (ITR filing) भरते समय पूरी ईमानदारी बरतें। आयकर विभाग (Income Tax Department) अब हर छोटे से छोटे खर्च का हिसाब मांग सकता है।