Operation Sindoor : हाल के दिनों में देश की सुरक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आए हैं, जिन्होंने मिलकर राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया है। एक तरफ भारतीय वायु सेना अपना बड़ा अभ्यास ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चला रही है, वहीं दूसरी ओर एक केंद्रीय कैबिनेट की बैठक भी होनी है। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले ने भी चिंताएं बढ़ा दी हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या है?
भारतीय वायु सेना का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक बड़े पैमाने का सैन्य अभ्यास है। इस अभ्यास का मुख्य मकसद वायु रक्षा क्षमताओं को परखना और किसी भी चुनौती से निपटने के लिए वायु सेना की तैयारियों को जांचना है। ऐसे अभ्यास देश की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने और अपनी युद्धक क्षमता को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। इस अभ्यास के चलते उत्तर भारत के कुछ हवाई क्षेत्रों में हवाई यातायात पर पाबंदियां भी लगाई गई थीं।
कैबिनेट बैठक और सुरक्षा चर्चा
इन सब घटनाक्रमों के बीच, आज होने वाली केंद्रीय कैबिनेट की बैठक काफी अहम मानी जा रही है। हालांकि बैठक का एजेंडा गोपनीय रहता है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हो सकती है। खासकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जैसे संवेदनशील इलाकों में हुए आतंकी हमलों के मद्देनजर, सुरक्षा बलों की तैयारियों, आतंकवाद से निपटने की रणनीति और भविष्य के कदमों पर गंभीर विचार-विमर्श होने की संभावना है।
पहलगाम हमले का प्रभाव
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर घाटी की सुरक्षा चुनौतियों को उजागर किया है। ऐसे समय में जब वायु सेना अपनी तैयारियों का अभ्यास कर रही है और सरकार उच्च-स्तरीय बैठक कर रही है, यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा इस वक्त सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। सभी एजेंसियां मिलकर देश को सुरक्षित रखने के प्रयासों में जुटी हुई हैं।