Indian Currency : रोज़ाना हम 100 रुपये का नोट इस्तेमाल करते हैं, लेन-देन करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी रुककर गौर किया है कि इस नीले-हरे रंग के नोट के पीछे छपे वो खूबसूरत, बर्फ से ढके पहाड़ आखिर हैं कौन से? ये तस्वीर कहाँ से ली गई है और इसका क्या महत्व है?
भारत की मुद्रा, चाहे वो सिक्के हों या नोट, अपने आप में एक इतिहास समेटे हुए है। सिक्कों का चलन तो हज़ारों साल पुराना है, पर कागज़ के नोटों का सफर भी कम दिलचस्प नहीं। इन नोटों पर बनी तस्वीरें सिर्फ डिज़ाइन नहीं होतीं, बल्कि वे भारत की संस्कृति, इतिहास और अद्भुत भूगोल की झलक दिखाती हैं।
गांधीजी से पहले अशोक स्तंभ, और अब ये पहाड़!
आज हम हर नोट पर महात्मा गांधी की मुस्कुराती तस्वीर देखते हैं, जो पहली बार उनके जन्मशती वर्ष 1969 में नोटों पर छापी गई थी (जिसके पीछे सेवाग्राम आश्रम भी था)। इससे पहले अक्सर अशोक स्तंभ की तस्वीर हुआ करती थी। लेकिन नई सीरीज़ के नोटों पर भारत की विविधता और धरोहरों को जगह मिली है। इसी कड़ी में 100 रुपये के नोट पर हमें ये शानदार पर्वत श्रृंखला दिखाई देती है।
तो कौन सा पहाड़ है ये?
चलिए, अब उस रहस्य से पर्दा उठाते हैं! 100 रुपये के नोट पर छपी यह भव्य तस्वीर है माउंट कंचनजंगा की। जी हाँ, यह वही कंचनजंगा है जो दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी है और भारत की सबसे ऊंची चोटी (पूरी तरह भारत में स्थित चोटियों में) मानी जाती है।
कंचनजंगा: भारत का गौरव, सिक्किम की शान
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ऊंचाई: समुद्र तल से 8,586 मीटर (लगभग 28,169 फीट) ऊंचा!
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स्थान: यह विशाल पर्वत भारत के खूबसूरत राज्य सिक्किम और पड़ोसी देश नेपाल की सीमा पर स्थित हिमालय पर्वत श्रृंखला का एक हिस्सा है।
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नाम का अर्थ: इसका नाम तिब्बती मूल का माना जाता है, जिसका अर्थ “महान हिम की पांच निधियां” हो सकता है, जो इसकी पांच मुख्य चोटियों का प्रतीक है।
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नोट पर तस्वीर: माना जाता है कि नोट पर दिख रहा मनमोहक नज़ारा सिक्किम के पेलिंग नामक खूबसूरत जगह से लिया गया है, जहाँ से कंचनजंगा का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है।
कंचनजंगा सिर्फ एक पहाड़ नहीं, बल्कि सिक्किम की पहचान और वहां के लोगों के लिए आस्था का प्रतीक भी है। यह क्षेत्र अपनी अद्वितीय जैव विविधता और लुभावने नज़ारों के लिए दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करता है।
तो अगली बार जब 100 रुपये का नोट आपके हाथ में आए, तो इसे सिर्फ एक कागज़ का टुकड़ा न समझें। पीछे पलटकर कंचनजंगा की इस शानदार तस्वीर को ज़रूर देखिएगा। यह याद दिलाता है कि हमारी मुद्रा भी हमारे देश की प्राकृतिक भव्यता और गौरवशाली धरोहरों का प्रतिनिधित्व करती है, जिसे हम हर रोज़ अपनी जेब में लेकर चलते हैं।