इतिहास– भगत सिंह को अलग अलग लोग अलग अलग तरीके से जानते हैं। कोई भगत का दीवाना है तो कोई भगत की नीतियों की आलोचना करता है। लेकिन भगत वास्तव में क्या थे यह बात कोई भी नही जानता है। क्योंकि लोग भगत सिंह के बारे में जो भी धारण बना रहे हैं वह धारणा सुनी सुनाई बातों पर आधारित है।
वही भगत सिंह एक विचार है और विचार को जानने के लिए पढ़ना आवश्यक है। अगर कोई वास्तव में भगत सिंह को जानना चाहता है। तो उसे भगत सिंह के लेख जरूर पढ़ने चाहिए। अगर आप उनके लेख पढ़ते हैं तो आपको उनकी नीति समझ आती है और आपके मन से यह भ्रांति तो मिट जाती है कि आपको भगत सी की आलोचना करनी चाहिए।
क्योंकि भगत सिंह वास्तव में एक क्रांतिकारी थे। जो अपने देश के लोगो को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त करवाना चाहते हैं। भगत सिंह आजादी प्रेमी थे उन्हें सबसे अधिक अगर किसी चीज से प्रेम था तो वह थी भारत की आजादी। भगत सिंह के क्रांतिकारी होने का सबूत उनकी पार्टी के नाम से ही मिल जाता है। क्योंकि भगत सिंह ने अपनी पार्टी का नाम
‘हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ से बदलकर ‘हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन’ कर दिया था।
भगत थे सच्चे देश प्रेमी-
भगत सिंह का परिवार कांग्रेस से जुड़ा था। भगत सिंह आजादी के दीवाने थे। वह भी सभी की तरह खादी वस्त्र धारण करते थे। वही कई लोग इस बात को कहते हैं कि भगत सिंह नारंगी पगड़ी पहनते थे। यह बिल्कुल गलत है। वह आजादी प्रेमी थे और उन्होंने कभी भी नारंगी पगड़ी नही बांधी। इसके सबूत आपको तब मिल जायेगे जब आप
भगत सिंह के साथियों यशपाल, शिव वर्मा और अन्य के साक्षात्कार पढ़ेंगे।
उस समय देश की हालत काफी बुरी थी लोग प्रताड़ित किये जा रहे हैं। भगत सिंह से यह सब नही देखा जाता था। वह अपने देश के लोगो को इतने दर्द में देखकर कराह रहे थे और अंग्रेजों की गिरफ्त से भारत को आजाद करवाने के लिए दिन रात रणनीति बनाते थे। भगत सिंह लोगो से छुपकर रहते थे क्योंकि उनके कपड़े काफी गंदे और फटे रहते थे।