इतिहास– भारत मे मुगक साम्राज्य ने एक लंबे समय तक सत्ता संभाली। लेकिन ज्यो ही भारत मे अंग्रेजों का आगमन हुआ मुगक साम्राज्य की रीढ़ टूटने लगी। भारत मे ईस्ट इंडिया कम्पनी की स्थापना हुई और इसके विस्तार ने मुगल साम्राज्य को कमजोर करना शुरू कर दिया।
प्लासी का युद्द ईस्ट इंडिया कम्पनी के लिए कोहिनूर साबित हुआ। क्योंकि इस युद्ध के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल और बिहार में राजस्व हासिल करने का अधिकार पा लिया था। इस अधिकार ने ईस्ट इंडिया कम्पनी को पैसे से भर दिया।
पैसे के नशे में चूर ईस्ट इंडिया कम्पनी के अधिकारियों ने मुगलों की नीति को अपना लिया। उन्होंने भारत के लोगो पर अत्याचार करना शुरू किया। भारतीय महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार होना आरम्भ हुआ। वह महिलाओं के साथ विवाह करने लगे। लेकिन वह भारत की महिलाओ को खुश नहीं रख पा रहे थे।
इसका एक मात्र कारण बताया जाता है कि ईस्ट इंडिया कम्पनी के अधिकारियों की यौन शक्ति काफी कमजोर थी। इस बात की पुष्टि महशूर ब्रिटिश लेखक और कामसूत्र के अनुवाद करने वाले सर रिचर्ड बर्टन ने भी किया है।
जाने उस ब्रिटिश को जिसे कहा जाता था वाइट मुगल-
ब्रिटिश अधिकारी सर डेविड ऑक्टरलोनी जिसे वाइट मुगल के नाम से जाना जाता था। यह बिल्कुल मुगलों की तरह रहता था। इसने 13 महिलाओं से विवाह किया था। 1804 में ऑक्टरलोनी ने मराठों के प्रमुख जसवंत राव होल्कर के हमले से दिल्ली की हिफाजत करने में मदद की थी. यही वजह थी कि शाह आलम ने खुश होकर डेविड को मुगल दरबार में ब्रिटिश रेजिडेंट नियुक्त किया था।
डेविड ऑक्टरलोनी के बारे में कहा जाता है कि यह दिन में बहुत सख्त रहता था लेकिन रात में यह काफी रूमानी होता था। यह खूब शराब पीता और अपनी पत्नियों को हाथी पर बैठाकर पूरे शहर में घूमने निकलता था। इसकी पोशाक मुगलों की तरह थी बस यह शक्ल से गोरा था।
लेकिन इसकी एक कमजोरी थी यह यौन संबंध बनाने के मामले में मुगलों के तरह नही थे। इनकी यौन शक्ति कमजोर होने के कारण यह लोग महिलाओं को संतुष्ट नही कर पाते थे। यही वजह थी कि शारीरिक सम्बंधों को बेहतर बनाने के लिए बर्टन ने अपने देश के लोगों को सुपारी चबाने, शरबत और सिगार पीने की सलाह दी थी. उसने इस खूबी को ‘हिन्दू रिटेनिंग’ आर्ट नाम दिया. रिचर्ड का साफ कहना था कि भारतीय महिलाओं के सामने ब्रिटिश काफी कमजोर हैं।