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Karhal By Election: करहल में जीजा साले के बीच टक्कर, बीजेपी बिगाड़ सकती है यादवलैंड का समीकरण 

डेस्क। Karhal By Election: कहरल सीट 22 सालों से सपा के पास है। सपा के इस किले को अब तक कोई ढहा नहीं पाया। पिछले साल 2022 में तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद यहां से चुनाव जीते थे और अब ये सीट किसकी होगी, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है।

उत्तर प्रदेश में उपचुनाव (UP Bypoll) होने जा रहे है। इस हॉट सीट की चर्चा जोरो पर है क्योंकि, यहां से अखिलेश यादव विधायक थे। उनके इस्तीफ़े के बाद खाली हुई इस सीट पर करहल में उप-चुनाव (Karhal By Election) होने जा रहा है। मैनपुरी ज़िले की करहल सीट पर सपा सबसे मज़बूत पार्टी रही है इसमें कोई दोराय नहीं है लेकिन फिर भी यादव परिवार के सदस्य को टिकट देकर बीजेपी ने सपा को चुनौती देने की पूरी कोशिश की है. तो आज हम आपको बताएंगे क्या है करहल का समीकरण।

करहल में होगा फूफा-भतीजे के बीच सामना

यूपी का यादवलैंड यानी मैनपुरी और आसपास के इलाके में बीते तीन दशक से मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार का वर्चस्व बना हुआ है। इसी के करहल विधानसभा सीट पर इस बार फूफा-भतीजे में लड़ाई देखने को मिलने वाली है।

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करहल सीट पर अखिलेश यादव ने अपने भतीजे और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा है तो वहीं तेज प्रताप को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने उनके फूफा अनुजेश यादव को टिकट दिया है। आपको बता दें अनुजेश सपा सांसद और अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव के बहनोई भी हैं।

25 मार्च 2019 अनुजेश यादव बीजेपी में शामिल हुए थे तो साले धर्मेंद्र यादव ने उनसे रिश्ता तोड़ने का ऐलान किया था। अब वही अनुजेश यादव जब चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरेंगे, तो उनके साले धर्मेंद्र यादव उनके ख़िलाफ़ खड़े दिखाई देने वाले हैं।

क्या है करहल सीट का सियासी समीकरण

करहल में कुल वोटर्स की संख्या 3,82,378 है

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⁠इनमें से यादव वोटर्स लगभग 1 लाख 30 हज़ार हैं

⁠अनुसूचित जाति 60 हज़ार

⁠शाक्य 50 हज़ार

⁠राजपूत 30 हज़ार

⁠पाल बघेल 30 हज़ार

⁠मुस्लिम 25 हज़ार

⁠ब्राह्मण 20 हज़ार

⁠लोधी 20 हज़ार

⁠बनिया 15 हज़ार के आसपास हैं।