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दिल्ली की हवा बरसा रही कहर, सरकार लाई ये प्लान 

डेस्क। आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली सरकार ने 25 सितंबर को शीतकालीन कार्य योजना जारी करी थी, जिसमें मौसमी प्रदूषण से निपटने के लिए 21 रणनीतियों की रूपरेखा बनाई गई थी।

दिल्ली वासियों को लगातार चौथे दिन बृहस्पतिवार को भी काफी ‘खराब’ वायु गुणवत्ता का सामना करना पड़ा और राष्ट्रीय राजधानी में 13 निगरानी केंद्रों पर संकेतक ‘रेड जोन’ में भी रहे हैं।सीपीसीबी द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली का एक्यूआई 285 दर्ज हुआ है। एक दिन पहले यह 230 पर रहा था। यानी कि 24 घंटे के भीतर इसमें 55 अंकों का इजाफा हो गया।

रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के 15 इलाकों का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में रहा है। बुधवार को आनंद विहार का एक्यूआई 439 यानी गंभीर श्रेणी में रहा था, जबकि बृहस्पतिवार को यह आंशिक गिरावट के साथ 419 दर्ज हुआ है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 13 (वायु गुणवत्ता) निगरानी केंद्रों — अशोक विहार, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, बवाना, बुराड़ी, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, ओखला फेज 2, शादीपुर और विवेक विहार — में ‘रीडिंग’ 300 के ऊपर दर्ज हुई है। समग्र वायु गुणवत्ता लगातार चौथे दिन भी ‘खराब’ श्रेणी में रही तथा शाम 4 बजे 24 घंटे की औसत ‘रीडिंग’ 285 दर्ज हुई।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को बोला है कि ज्यादा प्रदूषण वाले 13 क्षेत्रों की निगरानी के लिए ‘ग्रीन वॉर रूम’ के माध्यम से विभिन्न प्रदूषण नियंत्रण गतिविधियों के संबंध में विशेष अभियान भी शुरू किए जाएंगे। राय ने बोला है कि पर्यावरण विभाग शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), परिवहन विभाग और दिल्ली यातायात पुलिस सहित अन्य प्रमुख विभागों के साथ एक आपात बैठक भी बुलाएगा।